12+वाराणसी में घूमने की जगह(Varanasi/Banaras Mai Ghumne ki Jagah )प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

Spread the love

तो दोस्तों कैसे हैं आप लोग? स्वागत है आपका आज के हमारे एक और नए ब्लॉग में, जहा हम आपके लिए टूर से रिलेटेड एक और आर्टिकल लेकर आए हैं, और tour से याद आया की अभी गर्मी का समय चल रहा है जिसमें बच्चों की भी गर्मियों की छुट्टी चल रही है, तो यही सबसे अच्छा समय होता है कि आप अपने फैमिली के साथ एक अच्छा समय बिताने के लिए कहीं बाहर घूमने जाएं। तो अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टियों में कहीं बाहर जाने के बारे में सोच रहे हैं, या फिर प्लान बना रहे हैं, तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होने वाला है, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाकर आप आराम से अपनी गर्मियों की छुट्टियां व्यतीत कर सकते हैं। तो इसलिए अपनी गर्मियों की छुट्टियों में कहीं घूमने जाने से पहले आज के हमारे इस आर्टिकल को आखिरी तक जरूर पढ़ लें, ताकि आपको उस जगह और जगह से रिलेटेड सारी जानकारियां पहले से ही मिल जाए। तो चलिए बिना किसी देरी के आगे बढ़ते हैं और आज के हमारे इस आर्टिकल को शुरू करते हैं।

वाराणसी में घूमने की जगह ( Varanasi Mai Ghumne ki Jagah )

तो दोस्तों आज हम और किसी जगह के बारे में नहीं बल्कि हमारे भारत में ही स्थित वाराणसी नामक जगह के बारे में आपको बताने वाले हैं। आप में से कई लोग होंगे जो वाराणसी के बारे में जानते होंगे, और आप में से कई लोग तो वाराणसी जा भी चुके होंगे। लेकिन अगर आप वाराणसी नहीं गए हैं, तो अपनी गर्मियों की छुट्टियां वहां जाकर बिता सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वाराणसी एक तीर्थ स्थल है, तो अगर आपको तीर्थ स्थलों में जाना अच्छा लगता है तब तो वाराणसी से अच्छी जगह आपके लिए कोई हो ही नहीं सकती है।  लेकिन यह सिर्फ तीर्थ स्थल ही नहीं, यहां पर आपको ऐसी कई सारी चीजें देखने को मिलेंगी जिसे देखकर आपका मन खुश हो जाएगा। तो आज के आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि आप वाराणसी कैसे पहुंच सकते हैं, और आपको वहां ऐसी कौन-कौन सी जगह  घूमने के लिए मिलेंगे, यानी कि इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको वाराणसी के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको वाराणसी के इतिहास के बारे में भी बताने वाले हैं, तो चलिए एक-एक करके आपको इन सभी चीजों के बारे में बताते हैं।

वाराणसी का इतिहास (Varanasi History in Hindi)

तो दोस्तों इससे पहले कि हम आपको वाराणसी कैसे पहुंचे और वहां पहुंचने के साधन और वहां के कुछ प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताएं। उससे पहले हम आपको वाराणसी के इतिहास के बारे में बताना चाहेंगे, क्योंकि यह कोई छोटी मोटी जगह नहीं है, और ना ही इसका इतिहास छोटा है। यह एक बहुत ही पवित्र जगह है। इसलिए इसके इतिहास के बारे में जानना आपके लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। तो चलिए सबसे पहले हम आपको वाराणसी के इतिहास के बारे में बता देते हैं।

अगर बात करें कि वाराणसी का निर्माण किसने और कब किया था, तो हम आपको बता दें कि वाराणसी का मूल नगर काशी था, जिसका निर्माण स्वयं भगवान शिव जी ने किया था, और अगर समय की बात करें तो इसका कोई निश्चित समय तो नहीं है लेकिन कहा जाता है कि इसका निर्माण भगवान शिव ने आज से लगभग 5 हजार वर्ष पहले ही कर दिया था। लेकिन कुछ लोग यह भी मानते हैं कि इसका निर्माण 3000 वर्ष पहले किया गया था। लेकिन इससे यह तो पता चल ही जाता है कि इसका इतिहास बहुत ही ज्यादा प्राचीन और पुराना है। महाभारत और रामायण जैसे ग्रंथों में भी हमें वाराणसी नगर का नाम देखने को मिलता है। तो इससे आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि यह नगरी कितनी ज्यादा पवित्र है, और हम आपको बता दें कि यह स्थान हिंदुओं के लिए पवित्र तो है ही, लेकिन यह स्थान जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म के लिए भी पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में मौजूद है। भगवान शिव ने इस जगह का स्थापना किया था, इसलिए इसे महादेव की नगरी के नाम से भी जाना जाता है, और यह हिंदू धर्म का एक बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जहां सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि कुछ विदेशी भी दर्शन के लिए आते हैं, क्योंकि यहां ऐसी कई सारी चीजें हैं जो कि हमारे इतिहास से जुड़ी हुई है। उनके बारे मैं भी हमने आपको इस आर्टिकल में बताया है, और वैसे भी आपको यह तो मालूम ही होगा कि वाराणसी को मंदिरों का नगर भी कहा जाता है क्योंकि यहां बहुत ही ज्यादा मंदिर स्थित है। इतना ही नहीं वाराणसी को और कई नामों से संबोधित किया जाता है जैसे कि इसे दीपों का शहर कहा जाता है और इसे भोलेनाथ की नगरी तथा मंदिरों का शहर भी कहा जाता है, और यह सारे नामों से इसे क्यों पुकारा जाता है वह आप यहां एक बार जाने के बाद स्वयं ही जान जाएंगे। तो यह था वाराणसी का इतिहास जो कि काफी ज्यादा रोचक रहा है, और समय-समय पर इसमें कई सारे बदलाव भी हुए हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और आपको यह बताते हैं कि आखिर आप वाराणसी कैसे पहुंच सकते हैं।

वाराणसी कैसे पहुंचे (Varanasi Kaise Phuche)?

चलिए सबसे पहले आपको हम यह बता देते हैं कि अगर आप वाराणसी जाना चाहते हैं तो वहां कैसे और किस किस माध्यम से पहुंच सकते हैं, लेकिन सबसे पहले वाराणसी कहां है इसके बारे में आपको बता देते हैं। तो असल में वाराणसी हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के तट पर बसा एक प्रमुख नगर है, जिसका महत्व हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा है और सिर्फ हिंदू धर्म में ही नहीं यह स्थान जैन धर्म और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी तीर्थ स्थल के रूप में मौजूद हैं। अगर इसके अन्य नामों की बात करें, तो वाराणसी को बनारस और काशी के नाम से भी जाना जाता है, इन दोनों नामों के बारे में आपने कभी ना कभी जरूर सुना होंगा। तो यह तो हुई थी वाराणसी कहां है उसकी बात। तो अब हम आपको बताना चाहेंगे कि आप वाराणसी कैसे पहुंच सकते हैं। नीचे हमने आपको अलग-अलग साधनों से वाराणसी पहुंचने के बारे में बताया है, जिसे पढ़कर आप अलग-अलग साधनों के बारे में जानकारी प्राप्त करके अपनी आवश्यकता अनुसार साधन का उपयोग करके वाराणसी पहुंच सकते हैं।

बस से वाराणसी कैसे पहुंचे (Bus se Varanasi Kaise Phuche)?

तो दोस्तों अगर आप बस से यात्रा करते हुए वाराणसी जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि आप आसानी से बस का उपयोग करके भी वाराणसी पहुंच सकते हैं। क्योंकि हम आपको बता दें कि वाराणसी कोई छोटी मोटी जगह नहीं है, इसे मंदिरों के नगर के नाम से जाना जाता है, जो कि काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां खाली हिंदू ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहां अधिक संख्या में आते हैं। तो इसमें आपको सड़क मार्ग से पहुंचने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी, क्योंकि वाराणसी लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्गो एवं हाईवे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिससे आप आसानी से यहां बस के माध्यम से पहुंच सकते हैं और अगर बात करें वाराणसी के लिए बसो की तो  नजदीकी प्रमुख शहरों जैसे कि झारखंड राजस्थान दिल्ली आदि प्रमुख शहरों से आपको वाराणसी के लिए सीधी बसे देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप आसानी से वाराणसी पहुंच सकते हैं, और जैसा कि हमने आपको बताया कि वाराणसी लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, तो ऐसे में अगर आप अपने खुद के साधन जैसे कि कार या फिर बाइक की मदद से भी आना चाहे तो उसमें भी आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। आप आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।

ट्रेन से वाराणसी कैसे पहुंचे (Train se Varanasi Kaise Phuche)?

तो दोस्तों अगर आपको वाराणसी पहुंचने के लिए जल्दबाजी नहीं है, लेकिन आप आराम से अपना सफर पूरा करना चाहते हैं, तो इसके लिए ट्रेन से सफर करना आपके लिए सबसे ज्यादा अच्छा विकल्प रहेगा। क्योंकि ट्रेन में आप आराम से और कम खर्चे में सफर कर सकते हैं। तो अगर आप भी वाराणसी ट्रेन के माध्यम से जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि वाराणसी में आपको रेलवे स्टेशन की भी सुविधा देखने को मिल जाती है, वाराणसी का निकटतम रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन है, और अगर इस रेलवे स्टेशन की बात करें तो यह भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है जिसमें आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से ट्रेनों की अच्छी कनेक्टिविटी देखने को मिल जाएगी। अगर कुछ प्रमुख शहरों से यहां आने वाली ट्रेनों की बात करें, तो मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, पटना, आदि प्रमुख शहर इसमें शामिल है। तो आप इन शहरों में से किसी शहर से आ रहे हैं, तो आप आसानी से वाराणसी जंक्शन पहुंचकर टैक्सी या फिर कैब बुक करके वाराणसी के किसी भी स्थान तक पहुंच सकते है।

फ्लाइट से वाराणसी कैसे पहुंचे (Airoplane se Varanasi Kaise Phuche)?

तो दोस्तों अगर आप वाराणसी जाने के लिए अपने शहर से फ्लाइट के माध्यम से आने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि वाराणसी से लगभग 25 किलोमीटर दूर ही आपको एयरपोर्ट की सुविधा देखने को मिल जाती है। अगर एयरपोर्ट के नाम की बात करें, तो एयरपोर्ट का नाम लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। जहां से आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी देखने को मिल जाती है। इस एयरपोर्ट में आपको अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू दोनों के लिए हवाई यात्रा की कनेक्टिविटी देखने को मिल जाएगी, अगर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की बात करें, तो इसमें आपको बैंकॉक, कोलंबो, काठमांडू, शाहजहां आदि जगहों से फ्लाइट देखने को मिल जाएगी, और अगर घरेलू सेवाओं की बात करें, तो इसमें लगभग सभी प्रमुख शहरों जैसे कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, जयपुर, वाराणसी, लखनऊ, गुवाहाटी, बेंगलुरु आदि सभी जगहों से फ्लाइट की सुविधा देखने को मिल जाएगी। जिससे कि आप कम समय में आसानी से वाराणसी पहुंच सकते हैं और एक बार जब आप लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पहुंच जाएं, उसके बाद आप टैक्सी या फिर कैब बुक करके आसानी से अपने मनचाहे जगह में पहुंच सकते हैं।

वाराणसी में घूमने की जगह (Varanasi Mai Ghumne ki Jagah)

तो दोस्तों अब तो हमने आपको वाराणसी के इतिहास साथ ही वहा पहुंचने तथा पहुंचने के लिए साधनो के बारे में भी पूरी जानकारी देदी है। तो चलिए अब हम आपको यह भी बता देते हैं कि अगर आप वाराणसी जा रहे हैं, तो वहां ऐसी कौन कौन सी फेमस जगह है जहां आपको जरूर जाना चाहिए। क्योंकि हम आपको बता दें कि वाराणसी में ऐसी कई सारी जगह है, जहां अगर आप जाते हैं तो आपको बहुत ही अच्छा महसूस होगा। तो चलिए एक एक करके उन सभी जगहों के बारे में आपको बताते हैं।

वाराणसी में घूमने हेतु प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Varanasi Mai Tourist Places)

 

1: वाराणसी का विश्वनाथ मंदिर

Kashi Viswanath Mandir

तो दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया कि वाराणसी में कई सारे मंदीर है इसलिए इसे मंदिरों की नगरी कहा जाता है। लेकिन अगर उन सभी मंदिरों में से सबसे प्रसिद्ध मंदिर की बात करें, तो वह है वाराणसी का विश्वनाथ मंदिर। कहा जाता है की अगर आप वाराणसी आए हुए हैं और विश्वनाथ मंदिर ना जाए, तो आपके वाराणसी जाने का कोई मतलब ही नहीं है। क्योंकि यह भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो कि बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। अगर इस मंदिर के खास बात की बात करें, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर के मीनार में लगभग 800 किलो का सोना चढ़ा हुआ है और इस मंदिर में जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर दें कि अगर आप इस मंदिर के अंदर जा रहे हैं तो आप इस मंदिर के अंदर मोबाइल कैमरा या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर नहीं जा सकते हैं। और अगर इसके इतिहास की बात करें, तो यह मंदिर वाराणसी में लगभग 500 साल से भी ज्यादा वर्ष से मौजूद है जिससे कि आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस मंदिर का महत्व और इतिहास कितना ज्यादा प्राचीन है। कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति वाराणसी आता है वह वाराणसी में इस विश्वनाथ मंदिर के दर्शन जरूर करता है। इतना ही नहीं मान्यता है कि इस मंदिर में आकर ज्योतिर्लिंग की एक झलक से ही आत्मा पूरी तरह से शुद्ध हो जाती है।  इस मंदिर के परिसर में एक कुआं स्थित है जिसे की ज्ञान का कुआं के नाम से जाना जाता है और यहा केवल हिंदू व्यक्ति ही जाकर दर्शन कर सकते हैं। तो अगर आप हिंदू धर्म से है तो एक बार इस कुएं के दर्शन भी जरूर करें। तो इसलिए अगर आप वाराणसी आए हुए हैं तो एक ना एक बार इस मंदिर में दर्शन के लिए जरूर आए।

काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे By Train, Bus, Airoplane

2: संकट मोचन हनुमान मंदिर

 

Sankat Mochan Mandir

तो दोस्तों अगर आप वाराणसी में गए हुए हैं, और मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। तो आपको संकट मोचन हनुमान मंदिर भी एक न एक बार जरूर जाना चाहिए। क्योंकि यह मंदिर श्री राम जी एवं उनके परम भक्त हनुमान जी को समर्पित है, जिनके दर्शन से ही हमारे सारे दुख समाप्त हो जाते हैं। इसलिए अगर आप वाराणसी गए हुए हैं, तो कम से कम एक बार इस मंदिर में दर्शन करके जरूर आएं, और अगर बात करें इस मंदिर के महत्व की, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण 1900 की दशक में करवाया गया था और यह भी वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, यानी कि आप इसे ऐसा समझ सकते हैं कि यह मंदिर  वाराणसी का एक प्रमुख अंग है, इसलिए आपको यहां भी जरूर जाना चाहिए।

संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी कैसे पहुंचे By Bus, Train, Airoplane?

3: दशाश्वमेध घाट

दशाश्वमेध-घाट

तो दोस्तों आपको यह तो मालूम ही होगा कि ब्रह्मा जी ने दशा अश्वमेध यज्ञ किया था, तो आप सभी की जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि ब्रह्मा जी ने उस यज्ञ को जिस स्थान पर किया था, वह वाराणसी में ही स्थित है, और उसे ही दशाश्वमेध घाट के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर कई प्रकार के अनुष्ठान किए जाते हैं, अगर इस घाट के प्रसिद्ध होने के कारण की बात की जाए, तो यह घाट इस स्थान पर शाम को किए जाने वाले गंगा आरती के कारण सुप्रसिद्ध है। जिसे देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश भर से आते हैं। तो इसलिए अगर आप भी वाराणसी गए हुए हैं, तो शाम के समय में दशाश्वमेध घाट जाकर गंगा आरती को एक ना एक बार जरूर देखें, क्योंकि गंगा आरती में अगर आप शामिल होते हैं, तो आपको बहुत ही अच्छा महसूस होता है, और आपकी आत्मा पूरी तरह से पवित्र हो जाती है। इसलिए वाराणसी जाने पर एक बार इस स्थान पर अवश्य जाएं। Read more…

4: अस्सी घाट

Assi ghat Varanasi

तो दोस्तों अगर आप घूमने के लिए वाराणसी जाएं और अस्सी घाट ना जाए ऐसा भला कैसे हो सकता है। क्योंकि अस्सी घाट वाराणसी का एक बहुत ही प्रसिद्ध और प्रमुख घाट है। अगर इस घाट की विशेषता की बात करें, तो इसकी विशेषता यह है कि इस घाट में एक बड़ा सा पीपल का वृक्ष है, जिस पेड़ के नीचे एक विशाल शिवलिंग मौजूद है, जिसकी पूजा करके शिव जी को जल अर्पित किया जाता है। इसलिए अगर आप वाराणसी के कुछ फेमस जगह में जाना चाहते हैं, तो आपको एक न एक बार अस्सी घाट जरूर जाना चाहिए, और अगर आप यहां शाम के समय में आते हैं, तो हम आपको बता दें कि यहां का सूर्यास्त इतना खूबसूरत होता है कि आपको वहां से जाने का ही मन नहीं करेगा, और सबसे खास बात तो यह है, कि अस्सी घाट वाराणसी रेलवे स्टेशन से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है, जहां आप टैक्सी या फिर कैब बुक करके आसानी से जा सकते हैं।

5: तुलसी मानस मंदिर

tulsi manas mandir

वाराणसी का तुलसी मानस मंदिर भी वाराणसी के प्रमुख मंदिरों में से एक हैं। इसके नाम से आपको लग रहा होगा कि यह मंदिर तुलसी माता को समर्पित है। लेकिन हम आपको बता दें कि यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। इस मंदिर का नाम तुलसी संत कवि तुलसीदास जी के नाम पर रखा गया है, क्योंकि यह मंदिर उसी स्थान पर बना है, जिस स्थान पर स्वयं संत कवि तुलसीदास जी ने बैठकर हिंदी भाषा की अवधि बोली का प्रयोग करके रामायण लिखी थी। अगर अगर आप इस मंदिर के दूसरे मंजिल पर जाएंगे, तो आपको वहां रामायण से संबंधित कई प्रकार की शिलालेख देखने को मिलेंगे, और अगर आप यहां सावन के महीने में आए हुए हैं, तो आपको एक न एक बार तुलसी मानस मंदिर जरूर जाना चाहिए, क्योंकि सावन के महीने में इस मंदिर में रामायण से संबंधित किरदारों की कठपुतलियों का एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित किया जाता है, जोकि बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है, और जिसे देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं। तो अगर आप चाहे तो आप भी यहा आ सकते हैं।

6:  वाराणसी का भारत माता मंदिर

तो दोस्तों अगर आप वाराणसी गए हुए हैं, और आपको भारत और भारत की संस्कृति के बारे में जानना है। तो वाराणसी के भारत माता मंदिर में एक बार जरूर जाए। इसे भारत माता मंदिर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां आपको भारत देश के बारे में कई प्रकार की जानकारियां मिल जाएगी, और इसकी सबसे खास बात यह है, कि इस मंदिर के अंदर भारत का नक्शा बनाया गया है, जिसे बनाने के लिए सफेद संगमरमर का उपयोग किया गया है। सफेद संगमरमर को काटकर तराश कर भारत का नक्शा तैयार किया गया है। इस मंदिर का उद्घाटन महात्मा गांधी ने स्वयं किया था। अगर आप भी भारत और उसकी संस्कृति जानने में रुचि रखते हैं, तो एक ना एक बार वाराणसी के इस मंदिर में जरूर आएं।

7:  वाराणसी की मणिकर्णिका घाट

ऊपर हमने आपको अस्सी घाट के बारे में बताया था, लेकिन अगर बात करें मणिकर्णिका घाट की, तो यह भी वाराणसी के प्रसिद्ध घाटों में से एक है। इस घाट की सबसे खास बात यह है, कि इस घाट के चारों तरफ मंदिर ही मंदिर है, और इस घाट के चारों तरफ चिताएं जलती रहती है, और इस जगह की खास बात यह है कि कहा जाता है कि इस जगह में जिस भी व्यक्ति की चिता जलती है, यानी कि जिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार इस स्थान पर होता है, उसे सीधा मोक्ष प्राप्त होता है यानी कि उसकी आत्मा को शांति मिलती है। इसलिए कई लोग यह सोचते हैं कि, उनकी चिता वाराणसी के मणिकर्णिका घाट में जले। के एटी अगर आप वाराणसी घूमने आए हुए हैं तो एक न एक बार इस घाट में आकर दर्शन जरूर करें।

8. राणसी चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ

राणसी-चंद्रप्रभा-वाइल्डलाइफ

तो दोस्तों अगर आप बनारस आए हैं तो वाराणसी से लगभग 70 किलोमीटर दूर चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ घूमने के लिए जरूर जाए। क्योंकि यह एक बहुत ही प्रसिद्ध वाइल्डलाइफ प्लेस है, जहां आपको कई प्रकार के झरने देखने को मिलेंगे। जिन्हें देखकर आपको बहुत ही अच्छा महसूस होगा, और आपको देवदारी झरने के बारे में तो पता ही होगा, क्योंकि यह एक ऐसा झरना है जिसमें कि एक कुंड बना हुआ है, जिसमें कि अगर आप कोई चीज फेकते हैं, तो वह उसमें नहीं बल्कि आपके पास वापस आ जाती है। यह हम आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि देवदारी झरना भी वाराणसी के चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ में ही स्थित है। तो इसके दर्शन करने के लिए भी आप वहां जा सकते हैं।

9. वाराणसी का दुर्गा माता मंदिर

वाराणसी का दुर्गा माता मंदिर

तो दोस्तों अगर आप वाराणसी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में जाना चाहते हैं, तो उसमें दुर्गा माता मंदिर का नाम जरूर आता है। यह मंदिर दुर्गा मां को समर्पित है, और इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में बंगाल की महारानी के द्वारा लाल बलुआ पत्थरों का उपयोग करके किया गया था। जोकि देखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर है। इस मंदिर के अंदर मां दुर्गा के साथ-साथ मां काली मां लक्ष्मी और मां सरस्वती की प्रतिमा साथ ही भैरव नाथ जी की भी प्रतिमा स्थित है,और अगर इस मंदिर के स्थान की बात करें, तो यह मंदिर वाराणसी में रामनगर में स्थित है। अगर आप वाराणसी सावन महीने में आ रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि सावन महीने में दुर्गा माता मंदिर में एक बड़े मेले का आयोजन होता है, जो कि पूरे 1 महीने तक चलता है। तो सावन के महीने में वाराणसी आने पर एक बार इस मंदिर में आकर मेले का आनंद जरूर ले Read More ….

10:  बनारस सिल्क एंपोरियल

तो दोस्तों आपको यह तो पता होगा कि हम भारतीयों की यह है आदत होती है कि हम कहीं घूमने जाते हैं तो शॉपिंग जरूर करते हैं। तो इसमें हम आपको बता दें कि बनारस यानी कि वाराणसी सिर्फ और सिर्फ मंदिरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने बनारसी साड़ियों के लिए भी फेमस है। जी हां बनारस के छावनी रोड में आपको साड़ियों की कई सारी दुकानें मिल जाएगी, जहां से आप एक से एक साड़ी अच्छे दामों पर खरीद सकते हैं, और वैसे भी वाराणसी की बनारसी साड़ी पूरी दुनिया में फेमस है। तो अगर आप भी वाराणसी घूमने आए है तो छावनी रोड में आकर बनारसी साड़ी लेना ना भूलें।

11: वाराणसी भारत कला भवन

तो दोस्तों वाराणसी में हिंदू विश्वविद्यालय के पास में ही भारत कला भवन स्थित है। इसका निर्माण सन 1920 में करवाया गया था। यह पूरे एशिया के सबसे बड़े चित्र संग्रालयो में से एक हैं। अगर बात करें इसके विशेषता की, तो हम आपको बता दें कि भारत में प्रचलित लगभग समस्त शैलियों के चित्र इस संग्रहालय में मौजूद है। यहां लगभग 12000 से भी ज्यादा चित्र शैलियां मौजूद है। तो अगर आप भारतीय चित्रकला के प्रेमी हैं और वाराणसी घूमने आए हुए हैं, तो एक ना एक बार इस वाराणसी के भारत कला भवन में कदम जरूर रखें। आपको यहां जाने से बहुत ही ज्यादा अच्छा महसूस होगा।

12: वाराणसी रामनगर किला

वाराणसी रामनगर किला

अगर बात करें वाराणसी के किले की, तो वाराणसी का सबसे प्रसिद्ध और सबसे पुराना किला रामनगर किला है। इस किले का निर्माण सन 1750 में काशी के राजा बलवंत सिंह के द्वारा करवाया गया था, और इस किले को बनाने के लिए चुनार बालू का उपयोग किया गया था। तो दोस्तों हम आपको बता दें कि इस किले के अंदर जाने के लिए 4 दरवाजे हैं, लेकिन एक सबसे बड़ा मुख्य दरवाजा है जो कि लाल रंग से रंगा हुआ है, और अगर इस किले के कमरों की बात करें, तो इस किले के अंदर लगभग 1000 कमरे हैं। 

वैसे तो आप इस किले तक आसानी से पहुंच सकते हैं क्योंकि यह वाराणसी रेलवे स्टेशन से मात्र 14 किलोमीटर ही दूर है। लेकिन इस किले के अंदर जाने के लिए आपको समय का ध्यान रखना होगा, इस किले के अंदर आप सुबह 10:00 बजे के बाद ही प्रवेश कर पाएंगे, और अगर इस किले के बंद होने की बात करें, तो यह शाम 5:00 बजे तक बंद हो जाता है, और अगर अंदर जाने के प्रवेश शुल्क की बात करें, तो छोटे बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क 10 रुपए और बड़ों के लिए प्रवेश शुल्क 15 रुपए है। तो इस शुल्क का भुगतान करके आप आसानी से इस किले के अंदर जाकर दर्शन कर सकते हैं।

बनारस का प्रसिद्ध भोजन (Banaras / Varanasi ke Food Items)

तो दोस्तों अब तक तो हमने आपको सिर्फ और सिर्फ घूमने के बारे में जानकारी दी है, और इस बीच तो हम आपको खाने के बारे में बताना ही भूल गए, और आपको यह तो मालूम ही होगा कि हम भारतीय खाने की कितने ज्यादा शौकीन होते हैं। अब तक इस आर्टिकल से आपको यह लग रहा होगा कि वाराणसी सिर्फ और सिर्फ मंदिरों के लिए ही फेमस है, लेकिन ऐसा नहीं है। वाराणसी अपने खाने के लिए भी बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है।

अगर यहां के प्रसिद्ध भोजन की बात करें, तो यहां का लॉन्ग लत्ता बहुत ही ज्यादा फेमस है, इसलिए अगर आप वाराणसी गए हैं, तो एक बार यहां के लॉन्ग लता का सेवन जरूर करें। इसी के साथ बनारस के लोग अपने दिन की शुरुआत पूरी सब्जी के साथ करते हैं, जो कि  वाराणसी का सबसे प्रसिद्ध भोजन है। इसी के साथ-साथ गरम गरम जलेबी वाराणसी कि सान है। वाराणसी जाने से इन सभी चीजों को खाना ना भूलें।

इतना ही नहीं आपको यह तो मालूम ही होगा कि बनारस यानी की वाराणसी शिव की नगरी है। इसलिए यहां की बनारसी लस्सी भी बहुत ही ज्यादा फेमस है इसलिए इस लस्सी को पीना ना भूलें, और अब बात आती है बनारसी पान की, और अगर बात करें बनारस की पान की, तो यह तो पूरी दुनिया भर में फेमस है। तो अगर कोई बनारस आए और बनारसी पान ना खाए, तो भला उसके बनारस आने का मतलब ही क्या हुआ। इसलिए वाराणसी आने पर बनारसी पान जरूर खाएं। 

तो दोस्तों यह थे वाराणसी से कुछ प्रसिद्ध भोजन जिनका सेवन आपको वाराणसी जाने पर जरूर करना चाहिए।

वाराणसी कब घूमने जाएं (Varanasi Kab Ghumne Jaye)

वैसे तो अभी गर्मियों की छुट्टियां चल रही है, तो इस समय ही लोग कहीं बाहर घूमने जाने के बारे में सोचते हैं। लेकिन अगर वाराणसी की बात करें, तो वैसे तो आप यहां किसी भी मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं। लेकिन अगर सबसे अच्छे समय की बात करें, तो वह अक्टूबर से मार्च के बीच का समय होता है। क्योंकि इस समय वहां कड़ी धूप नहीं पड़ती है, और मौसम भी ठंडा होता है। जिससे कि आपको कड़ाके की धूप का सामना नहीं करना पड़ता है, और आप आराम से वाराणसी घूम पाते हैं। इसलिए ठंड के मौसम में ही आपको वाराणसी घूमने जाना चाहिए।

वाराणसी में रुकने के लिए जगह (Varanasi Mai Rukne ke liye Jagah)

तो दोस्तों हमने आपको वाराणसी में घूमने के लिए इतने सारे जगहों के बारे में बताया है। तो इतनी सारी जगहों को एक दिन में ही देख पाना इंपॉसिबल है। इसके लिए आपको कम से कम 1 हफ्ते का समय तो लगेगा ही। तो अब बात आती है कि इन 1 हफ्ते के समय में आप वाराणसी में कहां रुकेंगे। तो हम आपको बता दें कि वाराणसी हमारे भारत का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहां सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग दर्शन के लिए आते हैं। तो यहां आपको रुकने के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वाराणसी में आपको कम से कम दामों पर भी होटल देखने को मिल जाएंगे। तो आप अपनी सुविधा एवं अपने बजट अनुसार एक अच्छे से होटल का चयन कर आप वहां ठहर सकते हैं।

Leave a Comment