काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे By Train, Bus, Airoplane

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दोस्तों स्वागत है आपका आज के हमारे एक और नए आर्टिकल में, आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत के एक ऐसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के बारे में बताने वाले हैं, जहां हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी होती है। लोग लाखों की संख्या में यहां आते हैं। तो दोस्तों हम बात कर रहे हैं, काशी यानी कि बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर की। तो क्या आपको भी काशी विश्वनाथ मंदिर के बारे में पता था। अगर हां, तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन अगर नहीं तो आज के आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर हमारे भारत में किस स्थान पर स्थित है, और अगर आप यहां आना चाहे तो आप किस प्रकार से यहां पहुंच सकते हैं।

इतना ही नहीं, इस आर्टिकल में आपको इस मंदिर के इतिहास के बारे में भी थोड़ी जानकारी देंगे, ताकि अगर आप यहां दर्शन के लिए जाए, तो आपको यहां के बारे में पूरी जानकारी हो। तो चलिए आगे बढ़ते हैं, और आज के हमारे इस आर्टिकल को शुरू करते हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर कहां स्थित है ? भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के प्राचीन नगर बनारस में स्थित है
काशी विश्वनाथ मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन
वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ मंदिर की दूरी ? दूरी मात्र 4 से 5 किलोमीटर की है।
निकटतम एयरपोर्ट लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट

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काशी विश्वनाथ मंदिर कहां स्थित है ?

तो दोस्तों अगर बात करें काशी विश्वनाथ मंदिर कहां है, तो हम आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर काशी में ही स्थित है। अब आप सोच रहे होंगे कि काशी कहां है, तो हम आपको बता दें कि यह मंदिर हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अंतर्गत स्थित प्राचीन नगर बनारस में स्थित है, और बनारस को पहले के समय में काशी के नाम से जाना जाता था, इसलिए इसे काशी विश्वनाथ मंदिर कहा जाता है। असल में यह शिवजी को समर्पित एक बहुत ही विशाल मंदिर है, जोकि हिंदुओं का एक बहुत ही प्रमुख तीर्थ स्थल है, क्योंकि इस मंदिर में जो  शिवलिंग है, वह हमारे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। जिसके दर्शन के लिए लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं।

हम आपको बता दें कि यह मंदिर गंगा नदी के पश्चिम तट पर बसा हुआ है, इस मंदिर में स्थित देवता यानी कि शिव जी को यहां विश्वनाथ के नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ होता है इस ब्रह्मांड के भगवान जो कि शिवजी ही है। कहा जाता है कि अगर यहां कोई भक्त आता है और शिवलिंग के दर्शन करता है और इसी के साथ गंगा में स्नान कर लेता है, तो  उसे उसके सारे पापों से मुक्ति मिलती है, और उसकी हर मनोकामना भी पूर्ण होती है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं, और आपको इस मंदिर के इतिहास के बारे में कुछ बातें बताते है।

काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास 

तो दोस्तों अगर बात करें काशी में स्थित विश्वनाथ मंदिर का इतिहास क्या रहा है, तो हम आपको बता दें कि यह कई हजारों वर्षों से काशी में मौजूद हैं। इतना ही नहीं काशी में स्थित इस विश्वनाथ मंदिर को ना जाने कितनी बार मुस्लिम शासकों द्वारा तोड़ा गया है, और ना जाने कितनी बार इसे अन्य अन्य लोगों के द्वारा बनवाया गया है। इस मंदिर के बनने के पीछे एक पौराणिक कथा भी है, जिसमें हमें पता चलता है कि एक बार माता पार्वती अपने पिताजी के घर में रह रही थी, जहां उनका मन नहीं लगा था। इस कारण पार्वती जी ने शिवजी से कहा कि वह उन्हें अपने घर ले जाये। 

उसके बाद शिवजी ने पार्वती जी की बात मानी, और वह पार्वती जी के पिता जी के यहां पहुंचे और पार्वती जी को लेकर काशी आ गए, और कहा जाता है कि भगवान शिव ने काशी में ही अपने आपको शिवलिंग के रूप में स्थापित कर लिया। इसलिए इस जगह पर इस विश्वनाथ मंदिर का निर्माण हुआ। वैसे तो इस मंदिर को कई बार तोड़ा गया, और कई बार बनाया गया, लेकिन  वर्तमान विश्वनाथ मंदिर की बात करे तो इसका निर्माण महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने सन 1780 में करवाया था, इसके बाद सन 1830 में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा इस मंदिर पर 1000 किलोग्राम शुद्ध सोने से जीर्णोधर करवाया गया, जिससे कि इसकी सुंदरता में चार चांद लग गए। तो चलिए अगर आप भी इस विशाल मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको यहां पहुंचने के बारे में भी हम पूरी जानकारी दे देते हैं, ताकि आपको किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।

काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ?

दोस्तों आप चाहे किसी भी शहर से काशी विश्वनाथ मंदिर जाना चाहे, आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास ही आपको रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड की सुविधा देखने को मिल जाती है। जिससे कि आप विभिन्न साधनों से किसी भी शहर से काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच सकते हैं। तो चलिए आपको इन साधनों से काशी पहुंचने के बारे में जानकारी देते हैं।

बस से काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ?

दोस्तों अगर आप बस से यात्रा करते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि इसके लिए सबसे पहले आपको वाराणसी यानी कि बनारस आना होगा, और अगर आप उत्तर प्रदेश में ही रहते हैं तब तो आपको बस के माध्यम से वाराणसी आने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। क्योंकि उत्तर प्रदेश राज्य के लगभग सभी प्रमुख शहरों से वाराणसी के लिए आपको सीधी बस मिल जाएगी। लेकिन अगर आप किसी और राज्य से आ रहे हैं, तो आपको झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आदि राज्यों के प्रमुख शहरों से भी वाराणसी के लिए सीधी बस देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप वाराणसी पहुंच सकते हैं। भगवान शिव के इस मंदिर के 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर ही वाराणसी बस स्टैंड मौजूद हैं, जहां आप आसानी से बस की मदद से आ सकते हैं। उसके बाद आगे के सफर के लिए आप टैक्सी या फिर कैब बुक कर सकते हैं और मंदिर पहुंच सकते हैं।

ट्रेन से काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ?

दोस्तों अगर आप ट्रेन के माध्यम से विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए आना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि आप ट्रेन के माध्यम से सबसे ज्यादा आसानी से यहां तक पहुंच सकते हैं, क्योंकि आपको इस मंदिर के पास में ही वाराणसी जंक्शन के रूप में रेलवे स्टेशन की सुविधा देखने को मिल जाती है, जोकि इस मंदिर से मात्र 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इतना ही नहीं, वाराणसी जंक्शन देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है, इसलिए आपको इस रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन लगभग सभी प्रमुख शहरों जैसे कि दिल्ली, मुंबई, देहरादून, अहमदाबाद, बेंगलुरु, से देखने को मिल जाएगी। तो आप अपने शहर से वाराणसी जंक्शन के लिए ट्रेन लेकर सीधे यहां आ सकते हैं, और रही बात मंदिर पहुंचने की, तो आप मंदिर पहुंचने के लिए रेलवे स्टेशन से ही टैक्सी या फिर कैब बुक कर सकते हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन कौन सा है ?

काशी विश्वनाथ मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन है।

वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ मंदिर की दूरी ?

वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ मंदिर की दूरी मात्र 4 से 5 किलोमीटर की है।

फ्लाइट (Airoplane) से काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे ?

तो दोस्तों अगर आपके पास समय कम है, और  फ्लाइट के माध्यम से वाराणसी आना चाहते हैं, और विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं। तो हम आपको बता देना चाहेंगे कि फ्लाइट के माध्यम से आने में भी आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। अगर बात करें काशी विश्वनाथ मंदिर के सबसे निकटतम एयरपोर्ट की, तो वह बाबतपुर का लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, और इसकी खास बात यह है, कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने के कारण लगभग सभी प्रमुख शहरों जैसे कि कोलकाता, बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, देहरादून, अहमदाबाद इन सभी शहरों से आपको यहां के लिए फ्लाइट देखने को मिल जाएगी, जिससे कि आप आसानी से फ्लाइट के माध्यम से यहां आ सकते हैं। इस एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी मात्र 25 किलोमीटर की है, जिसे पूरा करने के लिए आप टैक्सी या कैब किराए पर बुक कर सकते हैं, और 1 घंटे से भी कम समय में मंदिर पहुंच सकते हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर के खुलने और बंद होने का समय (Kashi Vishwanath Temple Timing)

तो दोस्तों अगर आप भी वाराणसी जाकर यानी कि काशी जाकर काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं, तो जाने से पहले ही आपको यह जान लेना चाहिए कि इस मंदिर के खुलने और बंद होने का समय क्या है, ताकि आपको मंदिर के दर्शन करने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, और आप सही समय में वहां पहुंचकर दर्शन कर पाए, तो दोस्तों अगर बात करें इस मंदिर के खुलने की समय की, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर को और सुबह 2:30 बजे ही खोल दिया जाता है, लेकिन भक्तों के लिए यह सुबह के 4:00 बजे खुलता है।

अगर बात करें यहां पूजा करने की, तो भक्त आरती के बाद 12:00 बजे से शाम के 7:00 बजे तक यहां पूजा कर सकते हैं। शाम के 7:00 बजे इस मंदिर में सप्त ऋषि आरती होती है, जिसके बाद रात के 9:00 बजे तक भक्त फिर से इस मंदिर में जाकर शिव जी के दर्शन कर सकते हैं। रात के 10:30 बजे इस मंदिर में शयन आरती की जाती है, जिसके बाद 11:00 बजे इस मंदिर को बंद कर दिया जाता है। हम आपको बता दें कि इस मंदिर में मंगला आरती को मिलाकर कुल 5 बार आरती होती है। तो अगर आप भी काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने के लिए जाते हैं, तो इस समय को ध्यान में रखकर ही मंदिर में जाएं, ताकि आप आसानी से शिव जी के दर्शन कर सकें।

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