माता मसानी(Mata Masani) को कैसे मनाए | मसानी(Masani) माता का इतिहास | मसानी माता का इलाज

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आज के इस लेख में हम आपको मसानी माता का इतिहास बताने जा रहे है। माता मसानी (Mata Masani) यह सभी मसानन की रानी है। माता मसानी देवी का मंदिर राजधानी के सआदतगंज स्थित हसनगंज बावली में स्थित है, और यहां पर हर साल हजारों भक्त माता मसानी के दर्शन के लिए आते है। वही यदि आप इस मंदिर में नवरात्रि के दिन जाते है तो यहां पर आपको हज़ारों भक्तो की भीड़ दिखेगी।

मसानी(Masani) कितने प्रकार की होती है ?

माता मसानन (Mata Masani) को ही माता मदानान भी कहा जाता है। माता मसानी(Mata Masani) यह सभी मसनियो की रानी है और इनके अंतर्गत 360 प्रकार की मसानन होती है जो कि इनकी सेविकाएं के रूप में कार्य करती है। और यह कोई देवियां नही होती है बल्कि जो स्त्री तंत्र विद्या या मसान देवी देविताओ की पूजा अर्चना करती है, उनकी साधना करती है और किसी घटना में उनकी मृत्यु हो जाती है ऐसी स्त्रियों की आत्मा माता मसानी के अंतर्गत काम करती है।

जैसे कि गुजरात मे माता मेलेड़ी बहुत प्रसिद्ध है और इनके नीचे जो शक्ति है उसे चाहपडी बोला जाता है। आपने कई बार भक्तो से सुना होगा की हमने मसानी काट दी है, हमने मसानी का यह कर दिया, हमने मसानी का वह कर दिया और कई लोग तो अज्ञानता वश यह भी बोल देते है हमने मसानी को भगा दिया है। तो ऐसे लोगो यह जान लेना चाहिए कि यह जो शक्ति है यह माता मसानन के नीचे की शक्ति होती है। जिन्हें साधारण भाषा मे भूत, प्रेत, चुड़ैल भी कहा जाता है।

और जो लोग भी यह कहते है कि हमने मसानी को भगा दिया तो ऐसा बोलना बिल्कुल गलत है बल्कि उन्होंने ऐसा कहना चाहिए कि हमने मसानी का रोग भगा दिया। मसानी का रोग जो मसानी के नीचे की शक्ति होती है वह होता है। इनकी शक्ति भी माता मसानी के शक्ति की जैसी ही होती है। लेकिन फिर भी माता मसानी के तुलना में इनके पास केवल दस प्रतिशत शक्ति ही होती है। और यही दस प्रतिशत शक्ति इतनी ताकतवर होती है कि जिसे काटने में बहुत मुश्किल होती है।

तो आप ही सोचिए क्या माता मसानी(Mata Masani) के शक्ति को काट पाना आसान होता होगा। सभी देवी देवता माता मसानी के आगे नतमस्तक होते है। और इनके मर्जी के बिना कोई भी देवी देवता आगे नही बढ़ता है। बिना इनके इजाजत कोई भी शक्ति किसी के घर तक नही पहुंच सकती है। तो अब आप माता मसानी के शक्तियों के बारे में जान चुके है।

मसानी(Masani) क्रिया क्या होती है ?

मसानी क्रिया बहुत ही खतरनाक काला जादू है, और यह एक टोना टोटका है। जिसे सिर्फ वह व्यक्ति ही कर सकता है जिसे शमशान विद्या की जानकारी हो। मसानी जिसके ऊपर प्रयोग की जाती है वह व्यक्ति के सारे काम बीगड़ने  लगता है। उसे कई प्रकार की बीमारी हो जाते हैं। उसकी मौत भी हो सकती है। मसानी एक ऐसा खतरनाक जादू है जिसमें श्मशान मे पडे प्रेत आत्मा एवं पीड़ित आत्माओं का उपयोग किया जाता है। ताकि सामने वाले किसी व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आए और उस व्यक्ति के सारे काम बीगड़ने लगे। मसानी क्रिया वह क्रिया है जिसमें किसी श्मशान विद्या जानने वाले व्यक्ति के द्वारा परजीवी आत्माओं को दास बनाकर किसी व्यक्ति के ऊपर भेजा जाता है। जिससे कि उस व्यक्ति को बहुत सारी समस्याएं आने लगती है। उसके घर में कभी भी शांति का माहौल नहीं बनता है  साथ ही उनके घर में कभी भी खुशी का माहौल नहीं रहता है। हमेशा घर में अशांति रहती है। इसलिए यह बहुत ही खतरनाक काला जादू है।

चौराहे वाली माता कौन सी है ?

क्या आपने कभी चौराहे वाली माता के बारे में सुना है। क्या आपको मालूम है कि चौराहे में कौन सी माता होती है। अगर नहीं, तो इस आर्टिकल में हम आपको चौराहे वाली माता के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। इसे जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।

 मान्यता है कि चौराहे में जो माता होती है उनका नाम चौगान माता है, और यह कई जातियों के लिए उनकी लोक देवी है। इसलिए वह सभी जाति के लोग किसी विशेष या किसी खास अवसर पर चौराहे पर चौगान माता के लिये भोग भी रखते हैं।

कई लोगों का तो यह भी मानना है कि चौराहे वाली माता यानी कि चौगान माता, घर में बच्चों के दोषों को पूरी तरह समाप्त कर देती है। अगर किसी के घर में किसी के बच्चे को कोई दिक्कत हो या उसे किसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो उसके नाम पर अगर चौगान माता को भोग लगाया जाए। तो इससे होता यह है कि चौगान माता उस बच्चे के सभी समस्याओं को समाप्त कर देती हैं। जो लोग चौराहे वाली माता को मानते हैं, वह लोग कहते हैं कि चौराहे वाली माता घर के दोषो को भी समाप्त कर देती है। जिससे कि घर में नकारात्मक शक्ति नहीं आती है।

माता मसानी (Mata Masani) का भोग क्या है ?

अगर मसानी माता के भोग की बात की जाए तो अलग-अलग जाति वाले लोगों के लिए उनकी कुलदेवी अलग-अलग होती है। उस प्रकार उन सभी मसानी माता को भोग भी अलग-अलग प्रकार के लगाए जाते हैं। लेकिन अगर हम बात करें शीतला माता की तो उन्हें भोग में कच्चा दूध, राबड़ी, पकवान जैसे कि गुलगुला साथ ही साथ मीठा भात और कई प्रकार के मीठे पकवान भोग मे लगाए जाते हैं जिससे कि वह प्रसन्न होती हैं। साथ ही मूंग दाल आदि कई प्रकार के भोग लगाए जाते हैं, जिससे कि शीतला माता बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होती है, और हमारे घर में शांति बनाए रखती है, और घर के दोषों को दूर करती है। पहले के जमाने में मसानी माता को जानवरों की बलि भी देकर भोग लगाया जाता था। लेकिन आजकल ऐसा ज्यादा देखने को नहीं मिलता है। साथ ही साथ अगर किसी व्यक्ति को मसानी माता की दिक्कत होती है, तो उस व्यक्ति के नाम से या फिर उस व्यक्ति के द्वारा शीतला माता को नारियल, आटा, चावल, आदि भोग लगाया जाता है। जिससे कि शीतला माता की कृपा से वह बीमारी ठीक हो जाती है।

मसान (Masan) बीमारी क्या है ?

मसान बीमारी एक प्रकार की भूत-प्रेतों से संबंधी बीमारी है। जिसमें कि किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति मसान का प्रयोग किया जाता है। जिससे कि उस व्यक्ति एवं व्यक्ति के परिवार के ऊपर भूत का साया बन जाता है। जिससे कि उस वह व्यक्ति और उसका परिवार दोनों ही बहुत ज्यादा परेशान होते हैं, और यह मसान व्यक्ति और व्यक्ति के परिवार दोनों को डराता है। जिससे कि उनके घर में कभी भी शांति का माहौल नहीं रहता है। जीस व्यक्ति को मसान  की समस्या होती है उसे सपने में खुद का सीढ़ी से गिर जाना ऐसा दिखाई देता है। साथ ही उसे हमेशा सिर दर्द पेट दर्द एवं कभी-कभी पैरों के दर्द की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण वह व्यक्ति बहुत ही ज्यादा चिड़चिड़ा हो जाता है। बीमारी के निवारण के लिए व्यक्ति को तुरंत किसी तांत्रिक या फिर किसी जानकार व्यक्ति के पास जाना चाहिए  ताकि इस बीमारी का इलाज किया जा सके। आपको खुद से ऐसा कोई प्रयोग नहीं करना चाहिए। आपको किसी तांत्रिक को दिखाकर ही इस बीमारी को हटाने के लिए कुछ प्रयोग करना चाहिए।

मसानी(Masani) हटाने के उपाय

अगर आपको कभी ऐसा महसूस होता है कि आपके ऊपर मसानी या फिर मसानी माता का प्रयोग किया गया है। जिससे कि आपके सारे काम बिगड़ने लगे हैं और आपके घर में कोई भी चीज सही से नहीं हो पा रहा है। तो आपको जल्द से जल्द इस मसानी को हटाना होगा। यानी कि इसे काटना होगा। मसानी को हटाने के बारे में आपको नीचे बताया गया है-

अगर आपको भी ऐसा महसूस होता है कि आपके ऊपर किसी न मसानी का प्रयोग किया है, तो आपको जल्द से जल्द किसी तांत्रिक के पास जाना चाहिए। ताकि तांत्रिक यह जान सके कि आपके ऊपर कौन से मसानी का प्रयोग किया गया है। जिसके बाद तांत्रिक आपके ऊपर प्रयोग किए गए मसानी के बारे में जानकर आपको मसानी माता को चढ़ाने के लिए भोग के बारे में बताएगा, और अगर किसी वजह से आपके ऊपर कौन सी मसानी माता का प्रयोग किया गया है, यह पता नहीं चलता है। तो ऐसी स्थिति में माता मदानन को भोग लगाया जाता है। क्योंकि कहा जाता है कि माता मदानण की बात कोई भी मसानी देवी नहीं काटती है। यह सब प्रयोग आपको किसी तांत्रिक के पास जाकर ही करवाना चाहिए। जिससे कि इसके बारे में पूरी जानकारी हो, आपको खुद से कभी कुछ प्रयोग नहीं करना चाहिए।

मसान बाधा पीड़ितों के लक्षण

अगर आपको अपने आसपास की चीजें सकारात्मक नहीं बल्कि नकारात्मक प्रतीत होती है, और आपको कुछ भी सही नहीं लगता है। ऐसा लगता है कि कुछ बुरा होने वाला है। तो यह मसान बाधा हो सकता है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको मसान बाधा से पीड़ित व्यक्ति के लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं। जिससे कि आप इसकी पहचान कर सकते हैं।

  • जो भी व्यक्ति इससे पीड़ित होता है, वह हमेशा थोड़ा झुककर या अपने पैरों को कुछ ज्यादा ही खीच कर चलने लगता है। जिससे कि इसका पता लगाया जा सकता है।
  • पीड़ित व्यक्ति को दिनभर सिर दर्द एवं पेट दर्द की समस्या बनी रहती है। साथ ही साथ इसकी वजह से वह बहुत ज्यादा चिड़चिड़ा भी हो जाता है।
  • जो व्यक्ति इससे पीड़ित होता है, उसे सोते वक्त बहुत ही ज्यादा बुरे सपने आते हैं। कई बार सपने में उसे खुद सीढ़ी से गिर जाना ऐसा भी दिखाई देता है।
  • कभी-कभी पीड़ित व्यक्ति को पेट और सर के साथ साथ पैर के दर्द की भी शिकायत रहती है।
  • पीड़ित व्यक्ति के शरीर या फिर कपड़ों से बदबू आती है, या फिर उसके आसपास वाले जगहों से बहुत ही ज्यादा बदबू आती है। यह बदबू सड़े हुए मांस जैसी हो सकती है। जिससे कि उसका दम घुटने लगता है।

मसानी माता(Masani Mata) का इलाज

आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि, अगर किसी व्यक्ति को मसानी यानी कि चेचक हो जाए। तो वह उसे कैसे ठीक कर सकता है। तो चलिए जानते हैं।

अगर बात करें मसानी की तो यह चेचक ही है, जिसे की देहात यानी कि गांव जैसे इलाकों में मसानी के नाम से जाना जाता है, और यह रोग शीतला माता के कोप से ही किसी व्यक्ति के शरीर में पनपने लगता है, और अगर मसानी को हटाना है, तो इसके लिए कई प्रकार के भोग जैसे चावल, आटा, नारियल, कच्ची लस्सी, गुड आदि इन सभी भोगो को पीड़ित व्यक्ति के द्वारा शीतला माता को भोग लगाया जाता है। जिससे मान्यता है कि शीतला माता की कृपा से यह रोग पूरी तरह समाप्त होता है। क्योंकि शीतला माता अपने साथ एक कलश, सूप एवं नीम के पत्ते एवं झाड़ू धारण करती है, और इनका संबंध सीधे इस रोग को खत्म करने से है। क्योंकि कलश से पीड़ित व्यक्ति को शीतलता मिलती है, सुप से उस व्यक्ति को हवा किया जाता है, और साथ ही झाड़ू की वजह से चेचक फटने लगते हैं, तथा नीम के पत्ते उन्हें सड़ने से बचाती है। तथा उन्हें ठीक करने में मदद करती है। इसलिए कहा जाता है कि शीतला माता की कृपा से यह रोग पूरी तरह समाप्त हो जाता है।

माता मसानी चौगानन गुडगाँव कैसे पहुंचे (Maa Masani Maa chojanan Mata mandir Kaise Phuche)?

दोस्तों माता मसानी चौगानन का बहुत पुराना और प्रसिद्ध मंदिर गुडगाँव मैं है इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। इस मंदिर पर भगतो की भारी भीड़ होती है यह मंदिर माता शीतला के मंदिर से कुछ दूरी पर है जो भगत माता शीतला के दर्शन पूजन के लिए आते है वो माता मसानी के यहाँ भी जाते है। शीतला माता और माता मसानी के मंदिर के बीचे की दुरी लगभग 600 मीटर की है आप वहाँ 5 -10 मिनट मैं पहुंच सकते है जाने के लिए आप ऑटो रिक्शा या पैदल भी जा सकते है। यह मंदिर गुडगाँव के सेक्टर 6 मैं है। यहाँ पहुंचे के लिए आपको गुडगाँव के रेलवे स्टेशन या मेट्रो स्टेशन(हुड्डा सिटी सेण्टर ) पर आना है और वहाँ से आपको शीतला या मसानी माता के लिए ऑटो रिक्शा लेनी है मेट्रो स्टेशन से मंदिर की दुरी लगभग 7 किलोमीटर है जिसमे आपको २५-३० मिनट का समय लग सकता है।

Conclusion –

तो इस लेख में हमने आपको माता मसानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।

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1 thought on “माता मसानी(Mata Masani) को कैसे मनाए | मसानी(Masani) माता का इतिहास | मसानी माता का इलाज”

  1. Bhut badhiya jaankari di dhanyawaad mata masani mandir mei abhi tk nhi ja payi sheetla devi gyi hu ab ki baar jaungi mere bachhe bhut kamjoor h inke liye prathana karni h jai maa sheetla Or maa masani.

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