हनुमानगढ़ी मंदिर का इतिहास & कैसे पहुंचे By Train, Bus, Airoplane?

Spread the love

हमारे भारत देश में मंदिरों को बहुत ही ज्यादा पवित्र स्थल माना जाता है, और यहां मंदिरों का एक अलग ही महत्व होता है। वैसे तो भारत में अलग-अलग जगहों में कई प्रकार के मंदिर मौजूद हैं, और अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग-अलग मंदिरों की अलग-अलग विशेषता भी है। तो आज के इस आर्टिकल में मैं आपको एक ऐसे ही प्रसिद्ध और विशेष मंदिर के बारे में बताने वाला हूं, जिस की मान्यता हिंदू धर्म के अनुसार बहुत ही ज्यादा है, और इसका महत्व भी बहुत ही अधिक है। तो दोस्तों मैं बात कर रहा हूं अयोध्या में स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर की।

तो क्या आपको मालूम है कि हनुमानगढ़ी मंदिर क्या है, और यह कहां स्थित है, और यह क्यों प्रसिद्ध है? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में मैं आपको हनुमानगढ़ी मंदिर के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं। आज मैं आपको बताऊंगा कि हनुमानगढ़ी मंदिर कहां स्थित है, यह क्यों प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं, इस आर्टिकल में आपको इस मंदिर के इतिहास और इस मंदिर तक पहुंचने के बारे में भी पूरी जानकारी मिलने वाली है, इसलिए इस आर्टिकल को बीच में छोड़कर कहीं ना जाए, इसे आखरी तक जरूर पढ़ें, ताकि आपको भी इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी मिल सके। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और आज के हमारे इस मजेदार आर्टिकल को शुरू करते है।

हनुमानगढ़ी मंदिर कहां स्थित है (Hanuman Gadhi Mandir Kha Hai)?

दोस्तों अगर बात करें हनुमानगढ़ी मंदिर कहां स्थित है, तो हम आपको बता दें कि हनुमानगढ़ी मंदिर हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अंतर्गत अयोध्या नगरी में स्थित है। जैसा कि सभी को मालूम है कि अयोध्या स्वयं श्री राम जी की जन्मभूमि है, और रही बात हनुमान जी की, तो वह श्री राम जी के परम भक्त हैं। अयोध्या में स्थित यह हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है, जहां की देवता के रूप में हनुमान जी स्थापित हैं जो कि अपने माता यानी कि अंजना माता के गोद में इस मंदिर में विराजमान है। कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति अयोध्या राम मंदिर में राम जी के दर्शन करने के लिए आता है, उसे सबसे पहले हनुमान जी के मंदिर जाकर 76 सीढ़ियों को चढ़कर सबसे पहले हनुमान जी के दर्शन करने होंगे, उसके बाद ही वह राम जी के दर्शन कर पाएंगे। तो अगर आप भी चाहते हैं कि आप अयोध्या आकर हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन करें, तो चलिए सबसे पहले आप इस मंदिर के इतिहास के बारे में जान ले, ताकि आप इस मंदिर के दर्शन करते हुए एक अलग ही प्रकार का अनुभव प्राप्त कर सकें।

हनुमानगढ़ी मंदिर का इतिहास (Hanuman Gadhi Mandir History in Hindi)

हम आपको बता दें कि अयोध्या में स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर गुफा मंदिर है, जहां पहुंचने के लिए लोगों को 76 सीढ़ियां चढ़कर जाना होता है। दोस्तों अगर बात करें इस मंदिर के इतिहास की, तो हम आपको बता दें कि यह मंदिर का इतिहास श्री राम जी और हनुमान जी से जुड़ा हुआ है, कहा जाता है कि जब श्री राम जी अयोध्या विजय करने के बाद अयोध्या वापस लौटे थे, तब हनुमान जी ने इसी स्थान पर रहने का फैसला किया था, जहां पर अभी हनुमान गढ़ी मंदिर स्थित है। इसके लिए राम जी ने उन्हें यह मंदिर दी थी ताकि वह यहां निवास कर सके, और राम जी ने हनुमान जी को यह भी कहा था कि जो भी व्यक्ति अयोध्या राम के दर्शन के लिए आएगा, उसे सबसे पहले हनुमान जी के दर्शन करने होंगे। इसीलिए मान्यता है कि जो भी राम जी के दर्शन करना चाहता है, उसे सबसे पहले हनुमान जी के मंदिर जाकर हनुमान जी के दर्शन करने होंगे। कहा जाता है कि राम जी की आज्ञा का पालन करने के लिए आज भी हनुमान जी उस मंदिर में मौजूद हैं, और अभी भी अयोध्या के इस पावन भूमि की रक्षा कर रहे हैं। 

हनुमानगढ़ी मंदिर का निर्माण किसने करवाया (Hanuman Gadhi Mandir Kisne Banvaya)?

अगर बात करें इस मंदिर का निर्माण किसने करवाया था, तो हम आपको बता दें, कि इस मंदिर का निर्माण आज से लगभग 300 साल पहले नवाब सिराजुद्दौला ने करवाया था, कहा जाता है कि एक दिन नवाब सिराजुद्दौला को एक बीमारी हो गई थी, जिसके बाद कि वह अभयारामदास जी के पास गए थे, जो कि पूजा पाठ करने वाले एक बाबा थे, ताकि वह अपने इस बीमारी से ठीक हो जाए, और हुआ भी ऐसा वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया, जिसके बाद उसने अभियारामदास जी को कहा कि कहिए कि आप क्या चाहते हैं, तो अभीयाराम दास जी ने कहा था कि आप हनुमान जी के कृपा से ही ठीक हुए हैं, तो अगर आप चाहें तो आप एक हनुमानगढ़ी मंदिर का निर्माण करवा सकते हैं, और अभयारामदास जी के आदेश पर ही सिराजुद्दौला ने हनुमानगढ़ी मंदिर का निर्माण करवाया था। हम आपको बता दें कि सिराजुद्दौला जी ने इस मंदिर को मुसलमानों के द्वारा तोड़े जाने से भी इसकी रक्षा की थी, क्योंकि मुसलमान इस मंदिर को तोड़ना चाहते थे क्योंकि उनका कहना था कि यह मंदिर को एक मस्जिद के ऊपर बनाया गया है। कई लोगों का तो यह भी मानना है कि बाबरी मस्जिद का विवाद इसी मंदिर को लेकर था।

हनुमानगढ़ी मंदिर कैसे पहुंचे (Hanuman Gadhi Mandir Kaise Phuche)?

हनुमान गढ़ी मंदिर अयोध्या के बहुत ही महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है, इसलिए अगर आप यहां किसी भी साधन से जाना चाहिए आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। तो चलिए आपको हनुमानगढ़ी अयोध्या पहुंचने के बारे में बता दें, ताकि आप किसी भी शहर से आसानी से हनुमानगढ़ी मंदिर तक पहुंच सके।

बस से हनुमानगढ़ी मंदिर कैसे पहुंचे (Hanuman Gadhi Mandir Kaise Phuche By Bus)?

तो अगर आप सड़क मार्केट से बस की माध्यम से हनुमान गढ़ी मंदिर अयोध्या जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि अयोध्या उत्तर प्रदेश के लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल होने के कारण आपको उत्तर प्रदेश के लगभग सभी प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए सीधी बसे भी देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप आसानी से अयोध्या जाकर हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। इसी के साथ अगर आप किसी और राज्य से आ रहे हैं, तो कुछ राज्यों के प्रमुख शहरों से भी अयोध्या के लिए सरकारी और निजी बसें चलती है, जिसकी मदद से सफर करते हुए आप यहां आकर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।

ट्रेन से हनुमानगढ़ी मंदिर कैसे पहुंचे (Hanuman Gadhi Mandir Kaise Phuche By Train)?

तो दोस्तों अगर आप ट्रेन के माध्यम से हनुमानगढ़ी मंदिर जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन अयोध्या रेलवे स्टेशन है, जो कि इस मंदिर से मात्र डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है, और यह एक बहुत ही प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है, जहां से आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से ट्रेनें देखने को मिल जाएगी। तो आप अगर अपने शहर से ट्रेन के माध्यम से यहां आना चाहे तो आसानी से आ सकते हैं। रेलवे स्टेशन के आगे 1.5 किलोमीटर का सफर करने के लिए आप ऑटो टैक्सी किराए पर ले सकते हैं, जोकि आपको रेलवे स्टेशन पर ही मिल जाएगी।

फ्लाइट से हनुमानगढ़ी मंदिर कैसे पहुंचे (Hanuman Gadhi Mandir Kaise Phuche By Airoplane)?

अगर आप फ्लाइट के माध्यम से यहां आना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर के पास में ही आपको एयरपोर्ट की सुविधा देखने को मिल जाती है, जो कि फैजाबाद एयरपोर्ट है, और यहां से इस मंदिर की दूरी मात्र 8 किलोमीटर की है। तो ऐसे में अगर आपको आपके शहर से फैजाबाद एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट मिलती है, तो आप आसानी से यहां आकर टैक्सी या फिर कैब की मदद से मंदिर तक पहुंच सकते हैं, लेकिन अगर आपको आपके शहर से यहां के लिए फ्लाइट नहीं मिलती है, तो आप लखनऊ के इंटरनेशनल एयरपोर्ट में आ सकते हैं, जहां से इस मंदिर की दूरी 150 किलोमीटर है। इसे पूरा करने के लिए आप बस टैक्सी या फिर कैब का इस्तेमाल कर सकते हैं।

हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन करने के लिए समय और प्रवेश शुल्क

अगर आप अपनी फैमिली के साथ इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं, तो यह बेहतर होगा कि आप पहले इस चीज मंदिर के दर्शन के लिए समय और प्रवेश शुल्क के बारे में जान ले, ताकि वहां पहुंच कर आपको किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। अगर बात करें इस मंदिर के खुलने की समय की, तो इस मंदिर को सुबह 5:00 बजे ही भक्तों के लिए खोल दिया जाता है, और यह रात के 10:00 बजे तक खुला रहता है, यानी कि आप सुबह 5:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक इस मंदिर में कभी भी जाकर दर्शन कर सकते हैं, और अगर बात करें प्रवेश सुल्क की तो इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आपको किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं करना होता है, आप यहां आकर निशुल्क ही हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं। कहा जाता है कि अगर इस मंदिर में आकर कोई हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाता है, तो उसे उसके सारे संकटों और दोषों से मुक्ति मिलती है, तो आप चाहे तो यहां आकर हनुमान जी को चोला अर्पित कर सकते हैं।

Leave a Comment