जोधाबाई रौजा का इतिहास & कैसे पहुंचे – संपूर्ण जानकारी

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तो दोस्तों तो अभी अप्रैल का महीना चल रहा है, इस समय सबसे अच्छा समय होता है कि आप कहीं बाहर घूम कर आए, क्योंकि यही वह समय है जिस समय आपको बच्चों के स्कूल की भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि अभी गर्मी की छुट्टी शुरू होने वाली है। तो क्या आप इस गर्मियों की छुट्टियों में कहीं घूमने जाने के बारे में विचार कर रहे हैं। अगर हां तो आज का यह आर्टिकल सिर्फ और सिर्फ आपके लिए है। आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं, ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे जगह के बारे में बताने वाले हैं, जहां अगर आप एक बार चले गए, तो आपको वहां से वापस आने का मन नहीं करेगा, क्योंकि वह जगह है ही इतनी खूब कि उसके बारे में क्या ही कहना। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको आगरा के जोधा बाई रौजा के बारे में बताने वाले हैं, अगर आपको यह नहीं मालूम है कि जोधाबाई रौजा क्या है, तो शायद आप इसे किसी और नाम से जानते होंगे, क्योंकि इसे जोधाबाई के महल के नाम से भी जाना जाता है। तो हो सकता है कि अब आप में से कई लोगों को पता चल गया होगा कि आज हम किस चीज के बारे में बात करने वाले हैं, आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की जोधाबाई रौजा कहां स्थित है, साथ ही साथ हम आपको इसके पूरे इतिहास के बारे में भी बताएंगे, जिससे कि आपको यह पता चल जाएगा कि इसका निर्माण कब और किसने और क्यों किया था, और इतना ही नहीं आज इस आर्टिकल में हम आपको यह भी बताने वाले हैं, कि अगर आप में से कोई यहां आने के बारे में सोच रहा है, तो आप यहां कैसे और किन किन साधन से पहुंच सकते हैं। ताकि आपको अपने सफ़र में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। तो चलिए अब बातों में ज्यादा समय बर्बाद ना करके सीधा अपने टॉपिक की तरफ आगे बढ़ते हैं, और सबसे पहले जानते हैं इस मंदिर के स्थान और इतिहास के बारे में।

जोधाबाई रौजा का इतिहास (Jodha Bai Rauza History in Hindi)

तो जैसा कि हमने आपको ऊपर पहले ही बता दिया है कि जोधाबाई रौजा हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के तीसरे सबसे बड़े जिले यानी कि आगरा में स्थित है, और अगर बात करें कि आगरा में यह कहां है, तो हम आपको बता दें कि यह फतेहपुर सीकरी के अंदर स्थित है, तो चलिए अब हम आपको यह बता देते हैं कि आखिर इसे किसने क्यों और कब बनाया।

तो चलिए सबसे पहले बात करते हैं कि इस इमारत को यानी कि जोधाबाई रौजा को किसने बनवाया था। कहा जाता है कि जोधाबाई रौजा आगरा के फतेहपुर सीकरी का सबसे बड़ा महल है, और इसे मुगल सम्राट अकबर ने स्वयं अपनी धर्म पत्नी के हेतु बनवाया था, और अगर अकबर के पत्नी की बात करें, तो उनका नाम मरियम उज जमानी था, जिन्हें की जोधा बाई के नाम से भी जाना जाता है, अगर जोधा बाई की बात करें तो वह सम्राट अकबर की सबसे ज्यादा पसंदीदा पत्नी थी, इसी खुशी में अकबर ने उन्हें भेंट के स्वरूप में इस इमारत का निर्माण किया था, और अगर बात करें इस महल या फिर रौजा के खासियत की तो हम आपको बता दें कि यह मुगल सम्राट में शाही घराने की महिलाओं का सबसे बड़ा परिसर है, जिसका निर्माण लाल बलुआ पत्थरों का उपयोग करके किया गया है, और इसे बनाने में फारसी वास्तुकला के साथ-साथ हिंदू वास्तुकला का भी उपयोग किया गया है, जिससे कि यह किसी का भी मन अपनी और आकर्षित कर लेता है।

अगर इस महल के बनने के कारण को जाने, तो कहा जाता है कि जोधाबाई और अकबर का विवाह 1562 में हुआ था, और धीरे-धीरे जोधा बाई अकबर की पसंदीदा पत्नी बन गई, और वह शाही घराने के उत्तराधिकारी का सम्मान पाने वाली अकबर की पहली पत्नी थी। लेकिन उस समय राजा सम्राट अकबर नी संतान थे, और उन्होंने संतान प्राप्ति के लिए शेख सलीम चिश्ती से प्रार्थना की थी, जिसके बाद सन 1569 में जोधा बाई ने सलीम के रूप में एक पुत्र को जन्म दिया, और यह उनका तीसरा पुत्र था लेकिन यह जीवित था। इसी से प्रसन्न होकर राजा अकबर ने अपने राजधानी को आगरा से फतेहपुर सीकरी में स्थापित किया, और 1569 में ही इस महल के निर्माण का कार्य को शुरू किया, तो इस प्रकार हम कह सकते हैं कि इस महल का निर्माण अकबर ने अपने बेटे सलीम और अपनी प्रिय पत्नी जोधाबाई को भेंट स्वरूप करवाया था, और अगर आज मंदिर के वर्तमान की हालत की बात करें, तो वैसे तो यह आज भी आगरा के फतेहपुर सीकरी मैं मौजूद है, लेकिन इसकी हालत थोड़ी खराब है। लेकिन अगर आप इतिहास में रुचि रखते हैं, तो आपको एक बार यहां जरूर जाना चाहिए, आपको यहां जाने से बहुत कुछ जानने को मिलेगा। तो चलिए अब हम आपको आपके सफर के बारे में कुछ जानकारी दे देते हैं।

जोधा बाई का रौजा कैसे पहुंचे (Jodha Bai ka Rauza Kaise Phuche)?

बस से जोधा बाई का रौजा कैसे पहुंचे (Bus se Jodha Bai ka Rauza Kaise Phuche)?

तो जैसा कि हमने आपको बताया कि जोधा बाई का रौजा हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आगरा में स्थित है, और अगर बात करें आगरा की तो यह लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, इसलिए आपको उत्तर प्रदेश राज्य में आगरा के लिए नियमित बसों की सुविधा देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप यहां पहुंचकर जोधा बाई का रौजा जा सकते हैं।

ट्रेन से जोधा बाई का रौजा कैसे पहुंचे (Train se Jodha Bai ka Rauza Kaise Phuche)?

अगर आप यहां ट्रेन से आने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि जोधा बाई का रौजा का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन फतेहपुर सीकरी में ही मौजूद है, जो की इस महल से सिर्फ 1 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। जहां पहुंचकर आप पैदल यात्रा करके भी इस महल तक पहुंच सकते हैं, और अगर आप पैदल चलना नहीं चाहते तो आपको ऑटो या टैक्सी देखने को भी मिल जाएगी।

फ्लाइट से जोधा बाई का रौजा कैसे पहुंचे (Airoplane se Jodha Bai ka Rauza Kaise Phuche)?

अगर आप फ्लाइट के माध्यम से यहां आने के बारे में सोच रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि जोधा बाई महल का सबसे निकटतम एयरपोर्ट खेरिया एयरपोर्ट है, जो कि इस महल से सिर्फ और सिर्फ 12 से 13 किलोमीटर दूर स्थित है। तो अगर आप यहां आते हैं तो टैक्सी या फिर कैब बुक करके यहां आसानी से बहुत सकते हैं।

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