(19) कोरापुट मैं घूमने की जगह (Koraput Mai Ghumne ki Jagah)

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तो दोस्तों स्वागत है आपका आज के हमारे एक और नए आर्टिकल में, आज हम आपको एक ऐसे पर्यटन स्थल के बारे में बताने वाले हैं जहां आपको एक न एक बार जरूर जाना चाहिए। तो अगर बात करें उस जगह की तो आज हम उड़ीसा में स्थित कोरापुट (Koraput) के बारे में बताने वाले हैं। अगर बात करें कोरापुट की तो हम आपको बता दें कि कोरापुट ओडीशा के पूर्वी घाट में पहाड़ियों में बसा हुआ एक स्थान है, जोकी बहुत ही ज्यादा सुंदर है। यहां जाने पर आपको कई प्रकार की प्रकृतिक चीज जैसे कि हरे भरे मैदान, कई प्रकार के झरने, झील, नदियां देखने को मिलेगी। तो ऐसे में अगर आप यहां घूमने आना चाहे, तो यहां आना आपके लिए बहुत ही अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको कोरापुट में स्थित कुछ टूरिस्ट प्लेस के बारे में बताने वाले हैं, जहां आपको जरूर घूम कर आना चाहिए। तो चलिए शुरू करते हैं।

1: गुप्तेश्वर गुफा (Gupteshwar Gufa)

अगर आप उड़ीसा के कोरापुट जा रहे हैं, तब तो आपको गुप्तेश्वर गुफा एक न एक बार जरूर जाना चाहिए। अगर बात करें गुप्तेश्वर गुफा की तो हम आपको बता दें कि यहां कुछ समय पहले चूना पत्थर का एक गुफा मिला था, जिसे की गुप्तेश्वर गुफा के नाम से जाना जाता है। गुफा के अंदर शिवजी का शिवलिंग स्थापित है, और यह इस कारण प्रसिद्ध है कि इस शिवलिंग का आकार बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, कहा जाता है की रामायण के समय श्री राम जी के यात्रा करते हुए ही राम जी को सबसे पहले यह शिवलिंग मिला था। तो इसलिए यहां आपको एक बार जरूर आना चाहिए।

2: दूदूमा जलप्रपात (Duduma Jalprapat)

दुदुमा जलप्रपात कोरापुट का एक ऐसा जलप्रपात है जो की 175 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है, जहां जाने पर इसके आसपास आप हरे भरे मैदान और कई प्रकार की ऊंची घाटिया देख सकते हैं जो किसी भी व्यक्ति का ध्यान अपनी और आसानी से आकर्षित कर सकता है। इतना ही नहीं इस जलप्रपात के आसपास के एरिया को मत्स्य तीर्थ कहा जाता है, तो अगर आप प्रकृति के प्रेमी हैं और ऐसी जगह आपको जाना पसंद है, तब तो आपके यहां जरूर जाना चाहिए।

3: कोलाब बॉटनिकल गार्डन (Kolab Botanical Garden)

अगर बात करें गुलाब बोटैनिकल गार्डन की तो यह एक बहुत ही सुंदर गार्डन है, जोकी गुलाब बांध के तट पर बसा हुआ है। यहां आपको 200 से भी अधिक सुंदर-सुंदर फूलों के प्रजातिया देखने को मिल जाएंगे, जो देखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षित प्रतीत होते हैं। इतना ही नहीं यहां के जलाशय में आप नाव की सहायता से यात्रा भी कर सकते हैं, तो अगर आपको ऐसी चीजे करना पसंद हो तो आप यहां आ सकते हैं।

4: नंदापुर (Nandapur)

अगर बात करें नंदापुर की तो यह कोरापुट के पास में स्थित एक गांव है, जोकी इतिहास से संबंधित है। अगर बात करें इसके खासियत की तो हम आपको बता दें कि यहां आपको बत्रिसा का सिंहासन देखने को मिल जाएगा, जोकि आपको हमारे इतिहास के बारे में काफी कुछ जानकारी देता है। असल में यह विक्रमादित्य के सिंहासन से जुड़ी हुई 32 चरण की कलाकृति है। इतना ही नहीं यहां आपको 6 फीट की ऊंची गणेश जी की मूर्ति, साथ ही साथ भैरव नाथ जी का मंदिर भी देखने को मिल जाएगा। हर साल लाखों की संख्या में लोग यहां इन सभी चीजों को देखने के लिए आते हैं 

5: पतरापुट (Patraput Bridge)

अगर बात करें पतरापुट की तो हम आपको बता दें कि यह स्थान वहा स्थित पुल के कारण देश भर में प्रसिद्ध है। अगर बात करें यहां स्थित इस पुल की तो हम आपको बता दें कि इसका निर्माण पहले के समय में अंग्रेजों ने करवाया था, जब वह भारत के प्रभारी थे। इस पल की सबसे खास बात यह है, कि इसके ऊपर से 10 टन का रोलर भी आसानी से गुजर सकता है।  इतना ही नहीं इस पुल के अलावा भी यहां आपको कई सारी चीज देखने को मिलेगी, तो आप चाहे तो यहां एक बार जा सकते हैं।

6: रायसल (Raysal)

यह भी कोरापुट के पास में स्थित है। यह लगभग कोरापुट से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर बात करें रायसल की, तो यह अपने बारहमासी धारा के बहने के कारण बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। जिसके लिए कई सारे लोग देशभर से यहां आते हैं। इतना ही नहीं अगर आप पैदल यात्रा करने के बारे में सोच रहे हैं तो यह जगह आपके लिए बहुत ही ज्यादा बेहतरीन है, क्योंकि यहां आस-पास के नजारे आपको थकने और थमने नहीं देंगे। तो कोरापुट जाने पर कोशिश करें कि इस जगह एक बार जरूर जाएं।

7: केचेला (Khenchela)

अगर बात करें कैचेला की तो यह भी कोरापुट के समीप में स्थित एक गांव है, जोकि वहां अपने 30 फीट ऊंचे जैन मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। जहां आपको जैन धर्म के पांच तीर्थंकरों के पांच छमिया देखने को मिल जाएंगे। इतना ही नहीं इन सभी छवियों को इतनी ज्यादा सावधानी से उकेरा गया है जिससे कि यह पता चल सके कि मध्य युग में केचेला ही जैन धर्म का केंद्र था। तो अगर आप कोरापुट गए हुए हैं तब तो आपके यहां एक बार जरूर आना चाहिए। 

8: गुल्मी (Gulmi)

गुलमी उड़ीसा के कोरापुट से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐसा स्थान है, जोकी गुलाब नदी में एक भवर का निर्माण करती है, और इसी भवर को देखने के लिए छत्तीसगढ़ और देशभर से लोग यहां लाखों की संख्या में आते हैं। तो अगर आप भी गुलमी में जाकर कोलाब नदी के इस भंवर को देखना चाहते हैं तो आप कोरापुट आकार इस भंवर को आसानी से देख सकते हैं।

9: सुनाबेड़ा (Sunabeda)

सुनाबेड़ा यह कोरापुट से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है, यह स्थान उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो विज्ञान में अपनी रुचि रखते हैं और विज्ञान में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। क्योंकि सुनाबेड़ा अपने लड़ाकू विमान और विज्ञान के कई प्रकार की चीज और उनके संग्रहालय को प्रदर्शित करने के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। तो खासकर अगर आप एक छात्र हैं और विज्ञान की पढ़ाई कर रहे हैं तब तक आपको एक न एक बार स्थान पर जरूर आना चाहिए।

10: कोलाब बांध (Kolar Bandh)

अगर बात करें कोरापुट के नजदीक में स्थित गुलाब बांध की तो हम आपको बता दें कि यह वहां का प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है। तो अगर आप पिकनिक बनाने के लिए कोई जगह की तलाश कर रहे हैं तो आप कोरापुट के गुलाब बाद में जाकर आसानी से पिकनिक का मजा ले सकते हैं। वैसे तो यह एक बांध है जहां की पानी की मदद से बिजली का उत्पादन किया जाता है। लेकिन अगर आप यहां जाएंगे तो यहां आप नाव की मदद से शैर भी कर सकते हैं तो यह आपके लिए एक और भी फायदा हो जाता है। 

11: दमन जोडी (Damanjodi)

अगर बात करें दमन जोड़ी की तो यहां जाने पर आपको बहुत सारे पहाड़ देखने को मिलेंगे, तो ऐसे में अगर आप ट्रैकिंग करने के शौकीन है तो आपके लिए यह बहुत ही बेहतरीन जगह साबित हो सकती है। तो अगर आपको पहाड़ों को देखना पसंद है या ट्रैकिंग करना पसंद है तो आप एक बार दमन जोड़ी जाकर इसके मनोरम दृश्य का आनंद ले सकते हैं।

12: पापड़ाहंडी (Papadahandi)

अगर बात करें पापड़ाहांडी की तो हम आपको बता दें कि यह कोरापुट के समीप में स्थित एक गांव है जहां आपको शिव जी को समर्पित एक मंदिर देखने को मिलेगा,इस मंदिर के आसपास का वातावरण बहुत ही ज्यादा शांत है, इसके आसपास बहुत ही ज्यादा चंपक के पेड़ लगे हुए हैं, गर्मियों के मौसम में चंपक का फूल जब खिलता है तब चारों ओर हवा में इसकी खुशबू फैल जाती है। तो अगर आप कोरापुट गए हुए हैं तो एक बार पापड़ाहंडी जरूर जाएं।

13: मिन्ना झोला (Minna Jhola)

तो दोस्तों अगर बात करें मिन्ना झोला की तो हम आपको बता दें कि यह एक शिवजी का मंदिर है जोकि उसे स्थान पर स्थित है जहां की तीन नदियां आकर मिलती है, और हम आपको बता दें कि इस शिव मंदिर में देश भर से लाखों की संख्या में लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं। इतना ही नहीं अगर आप यहां पिकनिक मनाना चाहते हैं तो भी यह स्थान आपके लिए उपयुक्त साबित हो सकती है क्योंकि इसके आसपास आपको हरे-भरे मैदान पेड़ पौधे और घाटिया देखने को मिल जाएगी जहां का दृश्य बहुत ही ज्यादा मनोरम होता है।

14: मालीगुरा सुरंग (Maliguda Surang)

अगर बात करे मालीगुरा सुरंग की तो हम आपको बता दें कि हमारे भारत का सबसे ऊंचा और सबसे चौड़ा रेलवे सुरंग है, जोकी आदिवासी गांव के करीब में ही बनाई गई है, और इसके नाम का अर्थ भी होता है मलि का गांव। इतना ही नहीं अगर आप यहां यात्रा करते हैं तो आप यहां के बहुत ही ज्यादा सुंदर मनोरम दृश्य को आसानी से देख सकते हैं, क्योंकि इस सुरंग के आसपास बहुत ही ज्यादा हरे-भरे पेड़ हैं जो की देखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर दिखते हैं।

15: हाथी पत्थर जलप्रपात (Hathi Pathar Jalprapat)

हम आपको बता दें कि यह एक झरना है जो की नागवली नदी पर दो झरनों के साथ स्थित है, और इसके आसपास बहुत ही ज्यादा हरे-भरे ऊंचे ऊंचे पहाड़ मौजूद हैं। इस पहाड़ की चोटी पर दो बड़े-बड़े आकार के पत्थर मौजूद है जो की हाथी के समान दिखते हैं, इसलिए इसे हाथी पत्थर जलप्रपात कहा जाता है। तो अगर आप प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं  तो हाथी पत्थर जलप्रपात आपके लिए बहुत ही अच्छा स्थान है।

16: जनजातीय संग्रहालय (Janjatiya Sangrahalaya)

अगर बात करें जनजातीय संग्रहालय की तो यह कोरापुट का एक ऐसा संग्रहालय है जहां आपको आदिवासी लोगों की कई प्रकार की चीज देखने को मिल जाएंगे। यानी कि उनके रीति रिवाज की वस्तुएं। जैसे कि उनके आभूषण, उनके मूर्तियां, उनकी कलाकृतिया, उनके अन्य प्रकार की वस्तुएं आदि। तो अगर आपको आदिवासी जीवन के बारे में गहराई से जानना है तो एक बार आप यहां आकर इसे जरूर देखें।

17: देवमाली (Devmali)

देवमाली कोरापुट का एक पर्वत है जो की कोरापुट की सबसे ऊंची चोटी है, इसकी ऊंचाई की बात करें तो यह समुद्र तट से लगभग 1672 मी ऊपर उठी हुई है। इतना ही नहीं अगर आपको ट्रैकिंग करना पसंद है तब तो आपके लिए यह जगह बहुत ही अच्छी साबित हो सकती है, क्योंकि इस जगह का इस्तेमाल लोगों को खेल के प्रति जागरूक करने के लिए तथा खेल के लिए भी किया जाता है। यह एक ऐसी पहाड़ी है जिसमें कई प्रकार के संसाधन मौजूद हैं इसी के साथ-साथ यह जगह कई प्रकार के घाटियों से भी भरी हुई है।

18: जगन्नाथ सागर (Jagannath Sagar)

असल में जगन्नाथ सागर एक झील है जहां का नजारा बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है, क्योंकि इस झील के चारों तरफ देखने पर आपको सिर्फ हरे भरे पार्क और खेल का मैदान ही दिखाई देगा। वैसे तो यह झील का निर्माण कोरापुट और आसपास के लोगों को पानी की व्यवस्था करवाने हेतु किया गया है, लेकिन आज के समय में यह एक टूरिस्ट प्लेस बन चुका है जहां लाखों की संख्या में लोग आते हैं।

19: साबर श्री क्षेत्र (Sabar Shreekshetra)

अगर बात करें साबर श्रीक्षेत्र की तो हम आपको बता दें कि यह जगन्नाथ भगवान का एक मंदिर है, जिसे कि यहां के लोग सबर श्रीक्षेत्र के नाम से पुकारते हैं। इस मंदिर का निर्माण 1972 में करवाया गया था, और हर वर्ष इसकी रथ यात्रा भी निकल जाती है। कोरापुट से इसकी दूरी मात्र 1 किलोमीटर है, और यह सिंगापुर के सबसे लोकप्रिय जगन्नाथ मंदिरों में से एक है। तो अगर आप कोरापुट गए हुए हैं तो मात्र 1 किलोमीटर की दूरी तय करके आप इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

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