तो दोस्तों क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें की हिस्टोरिकल प्लेसेस में जाकर घूमना पसंद है, अगर हां तो आज का यह आर्टिकल आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आने वाला है। यहां तक कि हम यह कह सकते हैं कि यह आर्टिकल सिर्फ और सिर्फ आपके लिए हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे हिस्टोरिकल प्लेस के बारे में बताने वाले हैं, जहां अगर आप एक बार जाते हैं, तो आपको यहां इतनी सारी चीजें देखने को मिलेगी, कि आपका दिल खुश हो जाएगा। आज हम आपको उस प्लेस के बारे में तो बताएंगे ही, लेकिन हम आपके आज के इस आर्टिकल में आपको उस प्लेस के सबसे अच्छे जगह के बारे में भी बताने वाले हैं, तो इसलिए उसे जानने के लिए इस आर्टिकल में लास्ट तक बने रहें, ताकि आपको भी उस बेहतरीन से जगह के बारे में जानकारी मिल सके तो चलिए बिना किसी देरी के आगे बढ़ते हैं और हमारे आज के इस इंटरेस्टिंग से आर्टिकल को शुर करते है
तो दोस्तों अगर हम आपको आगरा के बारे में कहेंगे कि आप बताइए कि आगरा में कौन कौन सी जगह देखने लायक है, तो आपके दिमाग में सबसे पहला नाम ताजमहल का आएगा। लेकिन अगर हम कहें कि आगरा में ताजमहल से भी खूबसूरत कोई चीज है, तो शायद आपको इसमें विश्वास नहीं होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने वाले हैं, जिसके बारे में कई लोगों का यह मानना है कि यह ताजमहल से भी ज्यादा खूबसूरत है, अगर उसके नाम के बारे में बात करें तो वह है इतिमद-उद-दौला। जी हां आज के इस आर्टिकल में हम आपको इतिमद-उद-दौला के बारे में बताने वाले हैं, अगर इसके स्थान की बात करें तो यह हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में ही स्थित है, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको इतिमद-उद-दौला के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, जिसमें कि हम आपको बताएंगे कि इसका निर्माण किसने और कब करवाया था, और इतना ही नहीं आज के इस आर्टिकल में हम आपको यह भी बताने वाले हैं कि अगर आप यहां आने के बारे में सोच रहे हैं, या आना चाहते हैं। तो आप कैसे और किन किन साधन से यहां हो सकते हैं। जिससे कि आपका सफर और भी ज्यादा आसान हो जाएगा, तो चलिए बिना किसी देरी के सीधे इतिमद-उद-दौला के बारे में जानते हैं।
इतिमद उद दौला का इतिहास
तो चलिए सबसे पहले हम आपको इतिमद-उद-दौला के इतिहास के बारे में बता देते हैं, ताकि अगर आप यहां घूमने जा रहे हैं, तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी हो। अगर बात करें इसका निर्माण किसने करवाया था, तो हम आपको बता दें कि इसका निर्माण नूरजहां ने करवाया था, अगर इसके बनने के समय की बात करें तो कहा जाता है कि इसका निर्माण नूरजहा ने सन 1626 से 1628 के बीच करवाया था, और अगर बात करें की इतिमद-उद-दौला क्या है तो हम आपको बता दें कि नूरजहां ने इसे अपने पिता की स्मृति में बनाया था, अतः यह उनके पिता का मकबरा है। अन्य मुगल सदस्यों के मकबरे से छोटा होने के कारण, इसे कई बार श्रृंगारदान भी कहा जाता है। अगर बात करें कि यह मकबरे का नाम इतिमद-उद-दौला क्यों रखा गया, तो हम आपको बता दें कि यह मकबरा नूरजहां के पिता जी को समर्पित है। यानी कि यह उनका मकबरा है। अगर बात करें कि इसका नाम इतिमद-उद-दौला क्यों रखा गया तो यह उनके पिता की ही उपाधि थी, इसलिए इसे इतिमद-उद-दौला के मकबरे के नाम से जाना जाता है। यह मक़बरा आगरा के कई सुंदर मकबरों में से एक है, और इसकी सुंदरता की जितनी बात की जाए उतना ही कम है। इसकी सुंदरता ऐसी है कि यह किसी का भी मन अपनी और आकर्षित कर लेती है, इसका निर्माण सफेद संगमरमर के पत्थरों से किया गया है, कहा जाता है कि ताजमहल का निर्माण करते समय भी इसके डिजाइन से कुछ नक्काशी ताजमहल में इस्तेमाल की गई थी, और कईयों का तो यह मानना है कि इस जगह में की गई नक्काशी, ताजमहल से भी सुंदर है, और इस मकबरे के गुंबदो के बारे में तो क्या ही कहना, इसकी नक्काशी देखकर तो किसी का भी मन आकर्षित हो जाए। तो अगर आप आगरा घूमने आए तो आपको एक बार यहां जरूर विजिट करना चाहिए, आपको यहां आने के बाद बहुत ही ज्यादा अच्छा लगेगा। और इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यह पूरे भारत का पहला मकबरा है, जिसे की पूरी तरह से सफेद संगमरमर का इस्तेमाल करके बनाया गया था, इसलिए देखा जाए तो यह हमारे इतिहास के दृष्टि से बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। तो चलिए अगर आप भी यहाँ जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि आप यहां कैसे और किन किन साधनों से पहुंच सकते हैं, ताकि आपको अपने सफ़र में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना ना पड़े।
इतिमद-उद-दौला कैसे पहुंचे (Itimad Ud Daulah Kaise Phuche)?
बस से इतिमद-उद-दौला कैसे पहुंचे (Bus se Itimad Ud Daulah Kaise Phuche)?
तो जैसा कि हमने आपको बताया कि यह मकबरा हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आगरा जिले में स्थित है, और अगर बात करें आगरा की, तो यह सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसलिए आपको उत्तर प्रदेश में आगरा के लिए लगभग सभी जगहों से नियमित बसें देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप अपना सफर पूरा करके इतिमद-उद-दौला जा सकते हैं।
ट्रेन से इतिमद-उद-दौला कैसे पहुंचे (Train se Itimad Ud Daulah Kaise Phuche)?
अगर आप यहां ट्रेन से आने के बारे में सोच रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि इस मकबरे का निकटतम रेलवे स्टेशन आगरा का ईदगाह रेलवे स्टेशन है। अगर बात करें इस रेलवे स्टेशन से इस मकबरे की दूरी की, तो दोनों के बीच लगभग 7 किलोमीटर का ही डिस्टेंस है, जिसे पूरा करने के लिए आप किराए में टैक्सी या फिर कैब बुक कर सकते हैं।
फ्लाइट से इतिमद-उद-दौला कैसे पहुंचे (Airoplane se Itimad Ud Daulah Kaise Phuche)?
अगर आप यहां फ्लाइट के माध्यम से आना चाहते हैं, तो इससे आपका काफी ज्यादा समय का बच जाएगा। क्योंकि अगर इस मकबरे से निकटतम एयरपोर्ट की बात करें, तो वह सिर्फ यहां से 10 से 11 किलोमीटर दूर पर ही है, जिसका नाम खेरिया एयरपोर्ट है। तो यहां आकर आप कैब या टैक्सी की मदद से आसानी से इतिमद-उद-दौला जा सकते हैं।
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