तो दोस्तों कैसे हैं आप लोग, स्वागत है आपका आज के हमारे एक और नए आर्टिकल में। आज के इस आर्टिकल में हम आपको वाराणसी में स्थित हनुमान जी के मंदिर जिसका नाम संकट मोचन हनुमान मंदिर है, उसके बारे में बताने वाले हैं। तो क्या आपको संकट मोचन हनुमान मंदिर(Sankat Mochan Hanuman Mandir) के बारे में पता है? अगर नहीं, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट होने वाला है, क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको संकट मोचन हनुमान मंदिर से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियां जैसे कि संकट मोचन हनुमान मंदिर कहां है, यह क्यों प्रसिद्ध है, इसका इतिहास क्या है, और यहां कैसे पहुंचें, यह सभी जानकारियां देने वाले हैं। अगर आपको भी इन सभी सवालों का जवाब चाहिए, तो आपको इस आर्टिकल को आखिरी तक पढ़ना होगा। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और शुरू करते है।
संकट मोचन हनुमान मंदिर कहां है (Sankat Mochan Hanuman Mandir Kha Hai)?
दोस्तों अगर बात करें संकट मोचन हनुमान मंदिर(Sankat Mochan Hanuman Mandir) कहां है, तो हम आपको बता दें कि हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अंतर्गत वाराणसी जिसे कि हम बनारस के नाम से भी जानते हैं, वहां स्थित हनुमान जी का एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे कि संकट मोचन हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां मुख्य देवता के रूप में हनुमान जी ही स्थित है, कहा जाता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त दर्शन के लिए जाता है, संकट मोचन यानी कि सभी संकट को हरने वाले हनुमान जी उस व्यक्ति के भी सारे संकटों को हर लेते है। यह मंदिर बनारस में हिंदू विश्वविद्यालय के पास में ही दुर्गा मंदिर और नए विश्वनाथ मंदिर वाले रास्ते पर स्थित है। यह हनुमान जी का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है, जहां देशभर से लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं, और हनुमान जी के दर्शन करते हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और आपको संकट मोचन हनुमान मंदिर के इतिहास के बारे में बताते हैं, ताकि आपको इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
संकट मोचन हनुमान मंदिर का इतिहास (Sankat Mochan Hanuman Mandir History)
तो दोस्तो अगर बात करें संकट मोचन हनुमान मंदिर के इतिहास की, तो हम आपको बता दें की संकट मोचन हनुमान मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति स्थित है, उसकी स्थापना स्वयं रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास जी ने अपने हाथों से सन 1608 से 1611 इसी के बीच में की थी। इस मंदिर में जो हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है, उसकी खास बात यह है कि हनुमान जी की मूर्ति का मुख श्री राम जी के मूर्ति के तरफ ही है, यानी कि हनुमान जी श्री राम जी को ही देखते रहते हैं। इस मंदिर के इतिहास के बारे में हमें यह भी जानने को मिलता है, कि यह मंदिर इसी स्थान पर जिस स्थान पर बैठकर तुलसीदास जी ने अधिकांश रामचरितमानस लिखा है, जो कि हनुमान जी के उत्कृष्ट भक्त थे। वैसे तो इस मंदिर का नाम भी तुलसीदास जी ने ही संकट मोचन हनुमान मंदिर रखा था, शुरुआत में इस मंदिर का आकार बहुत ही छोटा था, लेकिन 1900 ईस्वी में महामना मदन मोहन मालवीय जी ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया। ये वही है जी होने बनारस में स्थित प्रसिद्ध हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। इस मंदिर के अंदर हनुमान जी की जो मूर्ति स्थित है, उन्हें सिंदूर के लेप से रंगा गया है। उनके सीधे सामने में ही राम जी की भी मूर्ति है इस मंदिर के परिसर में एक बहुत ही पुराना और विशाल पीपल का वृक्ष, और एक पुराना कुआं भी है, जिसे जाली से ढक दिया गया है। इतना ही नहीं, इस मंदिर को वहां के लोग वानर मंदिर के नाम से भी जानते हैं, क्योंकि इस मंदिर के आसपास काफी घने जंगल है जिनमें की बहुत ही ज्यादा संख्या में बंदर पाए जाते हैं।
इस मंदिर के इतिहास में एक भयानक दिन भी है, वह दिन है 7 मार्च 2006 का दिन, क्योंकि इस दिन कुछ आतंकवादियों ने इस मंदिर में सीरियल बम ब्लास्ट किया था, उन्होंने वाराणसी के संकट मोचन हनुमान, मंदिर के साथ-साथ वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन, और दश्वमेघ घाट में भी बम ब्लास्ट किया था। जिस समय संकट मोचन हनुमान मंदिर में यह बम ब्लास्ट हुआ उस समय इस मंदिर के अंदर हनुमान जी की आरती हो रही थी, और बम ब्लास्ट होने की वजह से इस मंदिर में आए 7 श्रद्धालुओं को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। वैसे तो आज के समय में यहां काफी सुरक्षा बल बढ़ा दी गई है, और लाखों की संख्या में लोग यहां दर्शन करने के लिए भी आते हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस मंदिर की अहमियत हिंदू धर्म में कितनी अधिक है।
अगर आप भी चाहते हैं कि आप वाराणसी आकर संकट मोचन हनुमान मंदिर में पहुंचकर हनुमान जी के दर्शन करें, और हनुमान जी से कोई मनोकामना मांगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और आपको यहां तक पहुंचने के बारे में पूरी जानकारी दे देते हैं।
संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी कैसे पहुंचे (Sankat Mochan Hanuman Mandir Varanshi Kaise Phuche)?
तो दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि यह मंदिर में वाराणसी में स्थित है तो अगर आप भी यहां आना चाहते हैं, तो आपको वाराणसी आना होगा। हम आपको बता दें कि वाराणसी भारत का एक बहुत ही प्रमुख स्थान है, यह एक बहुत ही प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में विद्यमान है, तो अगर आप यहां आना चाहे तो आप बस ट्रेन और फ्लाइट तीनों माध्यम से यहां आ सकते हैं। आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। तो चलिए इन तीनों साधनों से संकट मोचन हनुमान मंदिर पहुंचने के बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं। ताकि आप किसी भी शहर से वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर तक पहुंच सके।
बस से संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी कैसे पहुंचे(Sankat Mochan Hanuman Mandir Varanshi Kaise Phuche By Bus)?
तो दोस्तों अगर आप सड़क मार्ग से यात्रा करते हुए बस हनुमान मंदिर जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि इसके लिए सबसे पहले आपको वाराणसी आना होगा, क्योंकि हमारी वाराणसी में ही स्थित है, और अगर बात करें बस से वाराणसी पहुंचने के लिए तो अगर आप उत्तर प्रदेश राज्य में ही रहते हैं, तो आपको उत्तर प्रदेश राज्य के अंतर्गत लगभग सभी प्रमुख शहरों से वाराणसी के लिए सीधी बस देखने को मिल जाएगी। लेकिन अगर आप किसी और राज्य से हैं तो आपको राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के प्रमुख शहरों से भी वाराणसी के लिए डायरेक्ट बस देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप वाराणसी आकर संकट मोचन हनुमान मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी कैसे पहुंचे (Sankat Mochan Hanuman Mandir Varanshi Kaise Phuche By Train)?
तो दोस्तों अगर आप ट्रेन से यात्रा करते हुए संकट मोचन हनुमान मंदिर तक जाना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि यह सबसे सस्ता और सरल साधन है संकट मोचन हनुमान मंदिर तक पहुंचने के लिए। क्योंकि इस मंदिर के पास में ही आपको वाराणसी जंक्शन के रूप में रेलवे स्टेशन की सुविधा देखने को मिल जाती है, जो कि संकट मोचन हनुमान मंदिर से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है, और तो और इसकी सबसे खास बात यह है, कि वाराणसी जंक्शन हमारे भारत देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है, जहां के लिए आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से डायरेक्ट ट्रेन देखने को मिल जाएगी, जिसकी मदद से आप यहां पहुंच सकते हैं उसके बाद आगे के सफर के लिए आप टैक्सी या फिर कैब बुक करके जा सकते हैं।
फ्लाइट से संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी कैसे पहुंचे ?
तो दोस्तों अगर आप लाइट के माध्यम से सफर करना चाहते हैं, और आप चाहते हैं कि आप बहुत ही कम समय में फ्लाइट के माध्यम से हनुमान जी के मंदिर तक पहुंच सके, तो हम आपको बता दे की संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी का निकटतम एयरपोर्ट बाबतपुर में स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जहां से इस मंदिर की दूरी मात्र 29 किलोमीटर है, और एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने के कारण आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से इस एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट देखने को भी मिल जाती है, जिसकी मदद से आप आसानी से फ्लाइट के माध्यम से यह आ सकते हैं। और रही बात एयरपोर्ट से मंदिर तक पहुंचने की तो इसके लिए आप कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं जो आपको एयरपोर्ट से ही देखने को मिल जाएगी।
संकट मोचन हनुमान मंदिर के खुलने और बंद होने का समय?
अगर आप भी वाराणसी जा रहे हैं, और चाहते हैं कि आप सही समय में पहुंचकर वहां संकट मोचन हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी के दर्शन करे। तो इसके लिए आपको समय का ध्यान रखकर जाना बहुत ही जरूरी है, ताकि आप बिना किसी परेशानी के यहां जाकर मंदिर के दर्शन कर सकें। अगर बात करे संकट मोचन हनुमान मंदिर के खुलने और बंद होने के समय कि, तो हम आपको बता दें कि यह मंदिर सुबह 4:00 बजे भक्तों के लिए खुल जाता है, और 4:00 बजे ही यहां सुबह की आरती की जाती है, उसके बाद इस मंदिर को रात के 10:00 बजे बंद कर दिया जाता है, बंद करने से पहले 9:00 बजे यहां भगवान की रात की आरती की जाती है। भोग के रूप में यहां हनुमान जी को शुद्ध घी के बेसन के लड्डू लगाए जाते हैं, अगर आप चाहे तो हनुमान जी को भोग के रूप में शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू लगा सकते हैं।
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