अगर आप वृंदावन (Vrindavan) आए हुए हैं, और आप वृंदावन के मंदिरों के दर्शन ना करें। तो आपके वृंदावन खाने का कोई मतलब ही नहीं है। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको वृंदावन में मौजूद कुछ ऐसे मंदिरों एवं जगहो के बारे में बताने वाले हैं, जहां आपको वृंदावन जाने पर दर्शन जरूर करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं उन सभी मंदिरों एवं जगहो के बारे में।
वृंदावन कहाँ पर है ? | वृंदावन उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर मे है। |
वृंदावन कैसे वृंदावन पहुंच सकते हैं ? | वृंदावन बस ,ट्रैन या हवाई जहाज से जा सकते है। |
वृंदावन के निकटतम रेलवे स्टेशन कौन सा है ? | मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन |
मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से वृंदावन की दूरि ? | 15 किलोमीटर के आस पास है |
निकटतम इंटरनेशनल एयरपोर्ट कौन सा है ? | निकटतम इंटरनेशनल एयरपोर्ट इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नयी दिल्ली है। |
वृंदावन कैसे वृंदावन पहुंच सकते हैं (Vrindavan Kaise Phuche )?
सबसे पहले हम जान लेते हैं कि आखिर आप बाहर से आ रहे हैं तो आप कैसे वृंदावन पहुंच सकते हैं। तो वृंदावन हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में स्थित है, और यह श्री कृष्ण जी से संबंधित होने के कारण बहुत प्रख्यात है। अगर आप वृंदावन जाना चाहते हैं, तो वृंदावन में आपको रेलवे स्टेशन और फ्लाइट की सुविधा नहीं मिलती है, लेकिन आपको उत्तर प्रदेश में लगभग सभी शहरों से वृंदावन जाने के लिए बस मिल जाएगी। जिनकी मदद से आप आसानी से वृंदावन जा सकते हैं, और आप चाहे तो उत्तर प्रदेश के शहरों से वृंदावन ऑटो टैक्सी की मदद से भी जा सकते हैं।
अगर वृंदावन (Vrindavan) पहुंचने के लिए फ्लाइट की बात करें, तो वृंदावन का नजदीकी एयरपोर्ट खेरिया एयरपोर्ट है। जो कि आगरा में स्थित है, और यह वृंदावन (Vrindavan) से 72 किलोमीटर दूर है, और अगर दूसरे एयरपोर्ट की बात करें तो वह है इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट। यह वृंदावन से 150 किलोमीटर दूर है। आप दोनों में से किसी भी स्थान में जाकर टैक्सी या फिर बस की मदद से वृंदावन पहुंच सकते हैं। लेकिन हम आपको यह बता दें कि खेरिया एयरपोर्ट बहुत ही छोटा एयरपोर्ट है, जहां के लिए आपको कुछ स्थानों से फ्लाइट मिलेगी। लेकिन आपको इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए सभी मुख्य शहरों से फ्लाइट देखने को मिल जाएगी।
ट्रेन (Train) से वृंदावन (Vrindavan) कैसे पहुंचे ?
अगर हम बात करते हैं ट्रेन से वृंदावन (Vrindavan) कैसे पहुंचे। तो वृंदावन के निकटतम रेलवे स्टेशन की बात करें, तो वह है मथुरा जंक्शन, जोकि वृंदावन (Vrindavan) से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है। जहां आकर आप आसानी से टैक्सी बुक करके वृंदावन पहुंच सकते हैं।
वृंदावन के निकटतम रेलवे स्टेशन कौन सा है (Vrindavan Ka nearest railway station kon sa hai)?
मथुरा जंक्शन वृंदावन के निकटतम रेलवे स्टेशन है
मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से वृंदावन की दूरि कितनी है (Mathura Junvtion railway station se Vrindavan ki duri kitni hai)?
मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से वृंदावन की दूरि 15 किलोमीटर के आस पास है जोकि आप टैक्सी ,बस या ऑटो से तय कर सकते है।
वृंदावन मे घूमने की जगह कौन कौन सी है (Vrindavan mai ghumne ki jagah kon kon si hai)?
चलिए आब जानते हैं वृंदावन में मौजूद मंदिरों एवं जगहो के बारे में
1: बाके बिहारी मंदिर (Bake Bihari Mandir)
यह मंदिर वृंदावन (Vrindavan) में बिहारीपुरा में स्थित है। बांके बिहारी श्री कृष्ण जी का ही एक रूप है। जिसे यहां प्रदर्शित कर इस मंदिर को बनाया गया है। इस मन्दीर का निर्माण स्वामी हरिदास जी ने सन 1864 मे किया था। यह भारत का बहुत ही ज्यादा प्राचीन मंदिर है जिसकी अवस्थिति ऊंचाई 550 फीट से भी ज्यादा है आगे पढ़े……..
2: प्रेम मंदिर (Prem Mandir)
यह भी वृंदावन का एक प्रसिद्ध मंदिर है। जिसका निर्माण जगद्गुरु कृपालु महाराज जी ने करवाया था। यह मंदिर श्री कृष्ण एवं राधा जी को समर्पित है। कहा जाता है कि इस मंदिर को इटालियन संगमरमर पत्थर से बनाया गया है, तथा इस मंदिर को बनने में पूरे 11 वर्ष एवं 100 करोड़ रुपए लगे थे। इस मंदिर का निर्माण लगभग एक हजार शिल्पकारों ने मिलकर किया था आगे पढ़े……..
3: राधा रमन टेंपल (Radha Raman Temple)
यह मंदिर भी वृंदावन में मौजूद एक हिंदू मंदिर है। जो कि श्रीकृष्ण जी को समर्पित है। श्री कृष्णा जी को इस मंदिर में राधारमण के नाम से पूजा जाता है, और उनकी आराधना की जाती है। इस मंदिर की गिनती वृंदावन के 7 सबसे प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिरों में की जाती है। इस मंदिर में राधा जी के साथ श्री कृष्ण के मूल शालिग्राम देवता है आगे पढ़े……..
4: निधिवन (Nidhivan)
निधिवन वृंदावन के प्रसिद्ध वनो में से एक है। निधिवन के लिए आज भी लोगों की मान्यता है कि निधिवन में अर्धरात्रि यानी कि रात के 12 बजे के बाद श्री कृष्ण जी और राधा जी रास रचाते हैं। मान्यता है कि आरती के बाद यहां श्री कृष्ण जी और राधा जी रास रचाते हैं, और आरती के बाद यहां किसी को प्रवेश करने नहीं दिया जाता, और अगर आरती के बाद कोई इस मंदिर में रह जाता है, तो कहा जाता है कि उसके साथ कुछ बुरा होता है आगे पढ़े……..
5: इस्कॉन टेम्पल (Iskon temple)
यह मंदिर वृंदावन में यमुना के तट पर बसा हुआ एक मंदिर है। इस मंदिर को इस्कॉन पंत द्वारा सन् 1975 में बनाया गया था। इस मंदिर को इस्कॉन के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद जी ने बनवाया था। इस मंदिर का निर्माण श्री कृष्ण जी के संदेश को पूरे दुनिया में पहुंचाने के लिए की गई है। इस्कॉन टेंपल का पूरा नाम है- International Society for Krishna Consciousness.
6: गोविंद देवजी टेम्पल
गोविंद देव जी टेंपल का निर्माण 1590 ईसवी में किया गया था, और यह वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण आमेर के राजा भगवानदास के पुत्र राजा मानसिंह ने करवाया था। यह जानकारी इस मंदिर के शिलालेख में लिखी हुई है।
7: रंग जी मंदिर
रंगजी मंदिर वृंदावन का एक ऐसा मंदिर है जो कि द्रविड़ वास्तुशैली शिल्प में बना हुआ है। इसका निर्माण सन 1851 में किया गया था। इस मंदिर के मुख्य देवता रंगनाथ जी हैं। जो कि इस मंदिर में विराजमान है। इस मंदिर में 50 फीट का एक द्वज़स्तंभ मौजूद है, जो कि देखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षित प्रतीत होता है आगे पढ़े……..
8: कात्यायनी पीठ
कात्यायनी पीठ वृंदावन में स्थित है। यह ज्ञात 51 पीठो में से एक पीठ है कहा जाता है कि इस स्थान पर माता के केस गिरे थे। जिसकी वजह से यहां पर इसका निर्माण हुआ था। यह वृंदावन में राधाबाग में मौजूद एक पर्यटन स्थल है।
9: नन्द गाव
नंदगांव बरसाना के पास मौजूद एक पौराणिक ग्राम है। कहां जाता है कि इसका निर्माण कृष्ण जी के पिता नंदराय द्वारा एक पहाड़ी पर किया गया था। इसलिए इस गांव का नाम नंदगाव रखा गया है। यह भी कृष्ण भक्तों के लिए विशेष पर्यटन स्थल है आगे पढ़े……..
10: गोकुलनंद टेंपल
यह मंदिर केसी घाट एवं राधा रमन मंदिर के बीच स्थित है, और यह मंदिर कई देवियों को समर्पित है। यह भारत का एक प्राचीन तीर्थ स्थल है। मंदिर में राधा, गोविंदा, विजया के साथ अन्य देवियों के मूर्ति प्रतिष्ठित है आगे पढ़े……..
11: गोपेश्वर महादेव टेंपल
यह वृंदावन में मौजूद महादेव का एक ऐसा मंदिर है, जहां की महादेव श्री कृष्ण जी के गोपी के रूप में विराजमान है, और जहां महिलाओं द्वारा इनका प्रतिदिन सोलह सिंगार किया जाता है। यह दुनिया का इकलौता मंदिर है, जहां शिवजी महिला के रूप में विराजमान है आगे पढ़े……..
12: शाहजी टेंपल
कृष्ण जी को समर्पित यह मंदिर अब तक का सबसे अच्छा वास्तु कला का नमूना है। इस मंदिर को छोटे राधा रमण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। बसंत पंचमी के दिन इस मंदिर में विराजमान राधारमण यानी कि श्री कृष्ण और राधा जी के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं।
13: बरसाना
बरसाना श्री कृष्ण जी की प्रेमिका राधा जी का जन्म स्थान है। यहां की होली विश्व प्रसिद्ध है। बरसाना की होली लगभग 45 दिनों तक मनाई जाती है, जिसे देखने के लिए देशभर से लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं आगे पढ़े……..
14: चामुंडा देवी टेंपल
मथुरा का चामुंडा देवी टेंपल भी 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ माना जाता है, और ऐसा मान्यता है इस स्थान पर गायत्री मां का एक केस गिर गया था। जिसकी वजह से इस मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर में दर्शन का समय सुबह 6:30 से 12:00 और शाम 4:00 बजे से 9:00 बजे तक का है।
15: केशी घाट
केसी घाट यमुना के तट पर चीर घाट के पूर्व में कुछ दूरी पर ही स्थित एक घाट है। मान्यता है कि श्री कृष्णा जी ने इस स्थान पर केशी दैत्य का वध किया था, इसी के कारण इस जगह का नाम केशी घाट रखा गया है।
16: राधा दामोदर टेंपल
माना जाता है कि राधा दामोदर टेंपल लगभग 500 साल पुराना टेंपल है। मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति इस मंदिर की चार बार परिक्रमा कर ले, तो उसे गिरिराज गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने जितना पुण्य प्राप्त होता है।
17: मथुरा
मथुरा हमारे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है, और यह वृंदावन से लगभग 15 किलोमीटर दूर है, और यह स्थान श्री कृष्ण जी की बाल लीला की भूमि मानी जाती है। इस स्थान पर श्री राधा कृष्ण जी के अनेक मंदिर मौजूद है। यह स्थान श्री कृष्ण जी के भक्तों के लिए एक पर्यटन स्थल है।
18: मदन मोहन टेंपल
मदन मोहन मंदिर यह मंदिर वैष्णव संप्रदाय का एक मंदिर है। जिसका निर्माण रामदास खत्री और कपूरी द्वारा करवाया गया था। यह भी एक पर्यटन स्थल के तौर पर वृंदावन मे स्थित है।