दो दोस्तों स्वागत है आपका आज के हमारे आर्टिकल में, आज के हमारे इस आर्टिकल में आपको हम निलंबूर के बारे में बताने वाले हैं। हम आपको नीलांबूर के बारे में पूरी जानकारी तो देंगे ही, लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आप निलंबुर में स्थित कुछ ऐसे टूरिस्ट प्लेस के बारे में बताने वाले हैं, जहां आपको एक न एक बार जरूर जाना चाहिए। वैसे तो आपके यहां कई सारे पर्यटन स्थल देखने को मिल जाएंगे, लेकिन हम आपके लिए चुनकर कुछ ऐसे पर्यटन स्थल लेकर आए हैं जहां आपको एक बार विजिट जरूर करना चाहिए। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं निलंबुर और वहां घूमने वाली जगह के बारे में।
निलंबुर कहां है (Neelambur Kha Hai)?
दोस्तों अगर बात करें निलंबर कहां है, तो हम आपको बता दें कि यह हमारे भारत के केरल राज्य के अंतर्गत स्थित है। यह मलप्पुरम ज़िले के अंतर्गत स्थित है। यह चलियार नदी के किनारे पश्चिमी घाट की नीलगिरी नामक पहाड़ पर बसा हुआ है। यह एक बहुत ही अच्छा पर्यटन स्थल है। तो ऐसे में अगर आप गर्मियों की छुट्टियां मनाना चाहते हैं, तो केरल में स्थित निलंबूर आ सकते है। तो चलिए हम आपको बताते हैं की निलंबुर आने पर आपको कौन कौन सी जगह देखने को मिलेगी जो आपको देखनी चाहिए।
1: एलेंबलई हिल (Elembalai Hill Nilambur)
बात करें एलेंबलई हिल की तो हम आपको बता दे की यह निलंबूर में स्थित एक ऐसा जंगल है, जोकि बास के पेड़ो और अन्य घने घने पेड़ों से घिरा हुआ है। इतना ही नहीं यहां आपको कई प्रकार के जंगली जानवर देखने को मिल जाएंगे। जैसे कि बाइसन, जंगली कुत्ते, हाथी, हिरण, नीले बंदर आदि। तो अगर आप प्रकृति के करीब जाकर उसके मनोरम दृश्य को देखना चाहते हैं, तो निलम्बुर का यह एलेंबलई हिल आपके लिए बहुत ही अच्छा स्थान साबित हो सकता है।
2: सागौन संग्रहालय (Sagon Sangrahalaya)
दोस्तों आपको सागौन के पेड़ों के बारे में तो पता ही होगा, कि यह कितने ज्यादा मजबूत और कीमती होते हैं। तो हम आपको बता दें निलंबूर में सागौन का एक संग्रहालय मौजूद है, जोकि हमारे दुनिया का पहला सागौन का संग्रहालय है। पूरी दुनिया में यही एक मात्र ऐसा स्थान है, जहां आपको सागौन के बारे में पूरी जानकारी देखने को मिल जाएगी, जैसे की सागौन की लकड़ी और उसके पेड़ों का इतिहास, उसके विज्ञान के बारे में जानकारी ,और उससे संबंधित अन्य जानकारी। तो अगर आपको प्रकृति में रुचि है, तो आपको एक न एक बार इस स्थान पर जरूर आना चाहिए। यह स्थान निलंबूर से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है।
3: नेदुमकायाम (Nedumkayam)
तो दोस्तों अगर बात करने नेदुमकायम की तो हम आपको बता दें कि यह एक वर्षा वन का आवरण है, जहां आपको बहुत सारे मनोरम दृश्य देखने को मिलेंगे। इस जगह के सबसे खास बात यह है कि यहां आपको अंग्रेजों के शासन के दौरान बनाए गए पुराने लड़कियों के घर आज भी देखने को मिल जाएंगे, जो आपको उस समय के इतिहास के बारे में काफी कुछ बता देंगे। इतना ही नहीं यहां आकर आपको ब्रिटिश साम्राज्य के रहने के तरीकों के बारे में भी पता चलेगा। तो अगर आप केरल गए हुए हैं और वहां निलंबूर जाना चाहते हैं तो एक बार इस जगह पर जरूर आए।
4: अद्यनपारा जलप्रपात (Adyanpara Waterfalls)
अगर आपको जलप्रपात देखना बहुत ही ज्यादा पसंद है यानी कि आपको झरनों से प्यार है तो आपको निलंबुर में स्थित अद्यनपारा जलप्रपात जरूर जाना चाहिए। अगर बात करें इस जल प्रपात की तो हम आपको बता दें की यह कुबलगोड नामक गांव में स्थित एक ऐसा झरना है, जोकि हरे भरे जंगलों के आवरण से घिरा हुआ है। इस झरने की खास बात यह है की इस झरने में कई प्रकार के औषधीय तत्व पाए जाते हैं, जो अपनी प्राकृतिक रूप से शुद्ध होता है। तो इस स्थान पर आकर आप पिकनिक भी बना सकते हैं। तो अपने फैमिली के साथ आने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
5: कनीमारा टीक (Kannimara Teak)
दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कानीमारा टीक क्या है तो हम आपको बता दे कि यह केरल के निलंबर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐसा स्थान है, जहां आपको हमारी दुनिया का सबसे बड़ा सागौन का पेड़ देखने को मिलेगा। अगर इस पेड़ की बात करें तो हम आपको बता दें कि इस पेड़ की परिधि लगभग 6.48 मीटर की है तो इससे आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि यह सागौन का पेड़ कितना ज्यादा बड़ा होगा। इतना ही नहीं इस स्थान को इस पेड़ के कारण महा वृक्ष का पुरस्कार भी सरकार के द्वारा दिया गया है, और यह उसे जगह का बेहतरीन पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां देश भर से लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं और इस पेड़ के दर्शन करते हैं। तो अगर आप भी पेड़ों को पसंद करते हैं तो यहां आकर इस दुनिया के सबसे बड़े सागौन के पेड़ को देख सकते हैं।
6: केंद्रीय वन पौध शाला (Kendriya Van)
अगर बात करने केरल में स्थित केंद्रीय वन पौधशाला की तो हम आपको बता दें की यह केरल में स्थित चार केंद्रीय वन शालाओं में से एक है। इसे आप एक नर्सरी के तौर पर समझ सकते हैं। अगर आप यहां जाएंगे तो यहां आपको कई प्रकार के पौधों की प्रजातियां जैसे कि सागौन, बबुल, नीलगिरी आदि की अच्छी खासी प्रजातियां देखने को मिल जाएगी। तो अगर आप पेड़ पौधों से प्यार करते हैं, और आपको प्रकृति के समीप रहना पसंद है। तो आप अपनी फैमिली के साथ एक बार यहां जा सकते हैं।
7: अरवा कोड (Aruvacode Nilambur)
तो दोस्तों अगर बात करें अरवाकोड की तो हम आपको बता दें कि यह निलंबुर के पास में स्थित एक ऐसा गांव है जो अपने हस्तशिल्प और कला के नाम से देश भर में प्रसिद्ध है। यहां आपको ऐसे कई सारे कुम्हार देखने को मिल जाएंगे, जो अपने हाथों से ऐसी चीज बनाते हैं जो किसी का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। इस गांव में आज के समय में भी 100 से ज्यादा व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें मिट्टी से बर्तन, फर्नीचर, और कई प्रकार की वस्तुएं बनाना आता है, जो लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। तो अगर आपको मिट्टी से बनी हुई चीज बेहद पसंद है, तब तो आपको एक न एक बार इस स्थान पर जरूर जाना चाहिए।