कामाख्या देवी मंदिर का इतिहास और कैसे जाये – संपूर्ण जानकारी

Spread the love

अगर आप असम में स्थित कामाख्या देवी के मंदिर (Kamakhya Devi Mandir) जाने के बारे में सोच रहे हैं, या फिर जाने वाले हैं। तो आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। क्योंकि आज हम आपको इस आर्टिकल में असम में स्थित कामाख्या देवी के मंदिर पहुंचने के लिए पूरी तरह गाइड करने वाले हैं। इसमें आप जानेंगे कि आखिर आप कैसे कामाख्या देवी के मंदिर पहुंचकर देवी के दर्शन कर सकते हैं। साथ ही साथ हम आपको इस मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी देने वाले हैं। इसलिए यह सब जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।  तो चलिए इस आर्टिकल को शुरू करते।

कामाख्या देवी मंदिर (Kamakhya Devi Mandir) का इतिहास

अगर इस मंदिर की इतिहास की बात की जाए, तो इस मंदिर का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है, और इसके पीछे एक कहानी भी है। तो चलिए उस कहानी की मदद से आपको इस मन्दिर के  इतिहास की जानकारी देते हैं।

इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था। कहा जाता है कि उस समय कामरूप प्रदेश में एक युद्ध हुआ था। जिस युद्ध मे विश्वसिंह जी जीत गए थे। जिसे वे बहुत ही ज्यादा खुश थे। लेकिन उन्होंने देखा कि उस युद्ध के बाद उनका भाई गायब हो गया है। तो वह उसकी तलाश में नीलांचल पर्वत पहुंच जाते हैं, जहां अभी यह मंदिर स्थित है। वही उनको एक बुजुर्ग महिला मिलती है, जो राजा को इस जगह के महत्व तथा इस मंदिर यानी की शक्ति पीठ के बारे में जानकारी देती है। जिसके बाद राजा ने तुरंत उस जगह में खुदाई करवाने का आदेश दिया था। तब उन्हें खुदाई के समय मंदिर का निचला हिस्सा  मूल रूप से बाहर आया। उसके बाद राजा ने इस मंदिर का निर्माण करवाया।

कहा जाता है कि इस मंदिर को 1564 ईसवी मैं कुछ हमलावरों ने पूरी तरह नष्ट कर दिया था। जिसके बाद विश्वनाथ सिंह जी के बेटे ने इसका फिर से पुनर्निर्माण करवाया, और तब से यह मंदिर वही स्थित है।

कामाख्या देवी मंदिर के दर्शन कैसे करें (Kamakhya Devi Mandir ke Darshan kaise kare)

अगर आप कामाख्या देवी के मंदिर ( Kamakhya Devi Mandir ) जाकर उनका दर्शन करना चाहते हैं। तो पहले उसके लिए आपको दर्शन हेतु टिकट लेना होगा। जो आप को मंदिर परिसर के बाहर काउंटर से ही देखने को मिल जाएगा। वैसे तो आप दो तरीके से मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। एक तो आप सामान्य लाइन में लगकर देवी के दर्शन कर सकते हैं, जिसमें आपको भीड़ होने पर बहुत ही ज्यादा समय लगेगा।

लेकिन अगर आप जल्दी देवी के दर्शन करना चाहते हैं, तो आप वीआईपी टिकट लेकर भी देवी के दर्शन कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको टिकट के पैसे देने होते हैं। यह टिकट का प्राइस लगभग 500 से 600 रुपय प्रति व्यक्ति तक हो सकता है। इसलिए अगर आपके पास समय कम है तो आप वीआईपी टिकट लेकर देवी के दर्शन कर सकते है।

और अगर आप इस मंदिर में समय का ध्यान रखकर जाएंगे तो आप और आसानी से देवी के दर्शन कर पाएंगे। इसके लिए हम आपको बता दें कि यहां सुबह आरती का समय 6:00 बजे है, और भक्तों के लिए मंदिर के कपाट को 8:00 बजे खोला जाता है, और इस मंदिर का गेट दोपहर 1:00 बजे बंद किया जाता है, और इस बीच माता को भोग लगाया जाता है। उसके बाद यह कपाट भक्तों के लिए दोबारा 2:30 बजे खुल जाता है। जिसके बाद 5:30 बजे यहां कपाट को बंद करके देवी की आरती की जाती है। तो अगर आप इस समय के अनुसार वहां पहुंचेंगे, तो आप आसानी से माता के दर्शन कर पाएंगे।

तो चलिए अब हम यह भी जान लेते हैं कि अगर आप दूसरे शहर से आ रहे हैं, तो आपको देवी के दर्शन के लिए कहां आना होगा, और आप यहां किस प्रकार आ सकते हैं।

बस से कामाख्या देवी मंदिर कैसे जाये (Bus Se Kamakhya Devi Mandir Kaise Jaye)

देवी के दर्शन करने के लिए सबसे पहले आपको गुवाहाटी आना होगा। जहां से मंदिर की दूरी मात्र 10 km है। अगर आप बसे आना चाहे, तो आपको लगभग सभी मुख्य शहरों से गुवाहाटी के लिए सीधी बस देखने को मिल जाएगी, और आपको कोलकाता, मालदा जैसे शहरों से भी गुवाहाटी के लिए सीधी बसें देखने को मिल जाती हैं।

ट्रेन से कामाख्या देवी मंदिर कैसे जाये (Train Se Kamakhya Devi Mandir Kaise Jaye)

अगर इस मंदिर के निकटतम रेलवे स्टेशन की बात की जाए, तो इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन कामाख्या रेलवे स्टेशन ही है। जिसकी दूरी मंदिर से सिर्फ और सिर्फ 6 किलोमीटर है। तो आप यहां आकर टैक्सी की मदद से माता के मंदिर जा सकते है।

कामाख्या रेलवे स्टेशन से कामाख्या मंदिर की दूरी (kamakhya railway station se kamakhya mandir ki duri)

कामाख्या रेलवे स्टेशन से कामाख्या मंदिर की दूरी लगभग 6 किलोमीटर है यह दूरी आप बस ,ऑटो या टैक्सी से तय कर सकते है।

गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से कामाख्या मंदिर की दूरी (Guwahati Railway Station se Kamakhya mandir ki duri)

गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से कामाख्या मंदिर की दूरी लगभग 8 किलोमीटर है यह दूरी आप बस ,ऑटो या टैक्सी से तय कर सकते है।

फ्लाइट से कामाख्या देवी मंदिर कैसे जाये (Airo plane Se Kamakhya Devi Mandir Kaise Jaye)

अगर आप फ्लाइट से आना चाहे, तो हम आपको बता दें कि, इस मंदिर का सबसे निकटतम एयरपोर्ट गुवाहाटी एयरपोर्ट ही है। जहां से इस मंदिर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। जिसकी दूरी आप टैक्सी की मदद से पूरी कर सकते है।

Leave a Comment