क्या आप आंध्र प्रदेश में स्थित कनक दुर्गा मंदिर कनक माता के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। तो आज इस आर्टिकल मे हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप कैसे कनक दुर्गा मंदिर पहुंचकर देवी के दर्शन कर सकते हैं। साथ ही साथ हम आपको उस मंदिर तक पहुंचने के बारे में भी बताने वाले हैं। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको अपने सफ़र में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी, क्योंकि इसमें हम आपको वहां पहुंचने के लिए साधनों के बारे में भी पूरी जानकारी देने वाले हैं, और इस आर्टिकल को पढ़कर आप इस मंदिर के इतिहास के बारे में भी जान जाएंगे। तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
कनक दुर्गा मंदिर का इतिहास (Kanak Durga Mandir History in Hindi)
यह मंदिर हमारे भारत में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा नामक शहर में कृष्णा नदी के तट पर बसा हुआ है। इस मंदिर के आधुनिक स्वरूप का निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था। इसका निर्माण पुशापति महादेव वर्मा के द्वारा किया गया था, और उन्होंने ही आधुनिक विजयवाड़ा का भी निर्माण किया था। मंदिर हेतू लोगों की यह मान्यता है कि, इस स्थान पर जहां यह मंदिर स्थित है, उस जगह में मां दुर्गा की मूर्ति स्वयं जमीन से प्रकट हुई थी। यह मूर्ति किसी इंसान के द्वारा ना ही बनाई गई है और ना ही लाई गई है। इसलिए यह मंदिर बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है, और यही कारण है कि यहां की देवी को बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है, और इस मंदिर में देवी के दर्शन के लिए देशभर से लाखों की संख्या में भीड़ लगी रहती है।
अगर बात करें इस मंदिर में स्थित देवी यानी की कनक देवी की, तो यह हमारे हिंदू धर्म के हिसाब से दुर्गा मां का ही एक अवतार है। कनक देवी को विजयवाड़ा के लोग उनकी अधिष्ठात्री देवी मानते हैं, और बहुत ही श्रद्धा पूर्वक इनकी पूजा करते हैं। तो चलिए हम यह जानते हैं कि अगर आप मंदिर दर्शन करने आए हुए हैं, तो आप किस प्रकार से इस मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
कनक दुर्गा मंदिर के दर्शन कैसे करें (Kanak Durga Mandir Ke Darshan Kaise Kare) ?
अगर आप इस मंदिर में कनक दुर्गा मा के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं, तो आपको कई चीजों का ध्यान रखना होगा। ताकि आपको देवी के दर्शन करने हैं किसी प्रकार की समस्या ना हो। तो हम आपको नीचे वह बातें बताने जा रहे हैं, जो आपको मंदिर दर्शन करने से पहले जान लेना चाहिए।
मंदिर के खुलने और बंद होने का समय
अगर इस मंदिर के खुलने के समय की बात की जाए, तो यह मंदिर सुबह 4:00 बजे खुल जाता है, और यह मंदिर रात को 9:00 बजे बंद कर दिया जाता है।
लेकिन शुक्रवार और शनिवार के दिन यह मंदिर 10:00 बजे तक खुला रहता है।
अगर इस मंदिर में देवी के दर्शन की बात की जाए, तो इस मंदिर में दर्शन तीन प्रकार के होते हैं। पहला धर्म दर्शनम, दूसरा मुख मंडपम, और तीसरा अंतरयालम दर्शनम। अगर आप इनमें से सिर्फ धर्म-दर्शनम करते हैं तो आपको किसी भी प्रकार का शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है। लेकिन अगर आप अन्य दो दर्शन करते हैं तो इसके लिए आपको कुछ शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।
देवी माँ के दर्शन करने में होगी आसानी
तो अगर आप इस मंदिर के इन समय और दर्शन के बारे में जानकारी प्राप्त करके इस मंदिर में जाएंगे, तो आपको देवी मा के दर्शन करने में बहुत ही ज्यादा आसानी होगी, और हम आपको यह भी बता दें कि इस मंदिर में 10:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक निजी वाहनों का प्रवेश निषेध होता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप अपने साधन से जा रहे हैं, तो 10:00 बजे से लेकर 2:00 बजे के बीच इस मंदिर में अपनी वाहन को लेकर ना जाए।
कनक दुर्गा मंदिर कैसे पहुंचे (Kanak Durga Mandir Kaise Phuche) ?
बस से कनक दुर्गा मंदिर कैसे पहुंचे (Bus se Kanak Durga Mandir Kaise Phuche) ?
जैसा कि हमने आपको बताया कि कनक दुर्गा मंदिर विजयवाड़ा में स्थित है, और विजयवाड़ा लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग उसे अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इसलिए आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से विजयवाड़ा के लिए बसे आसानी से देखने को मिल जाएगी। जिसमें आप अपना सफर कर सकते हैं।
ट्रेन से कनक दुर्गा मंदिर कैसे पहुंचे (Train se Kanak Durga Mandir Kaise Phuche) ?
अगर आप ट्रेन के माध्यम से आना चाहे, तो हम आपको बता दें कि विजयवाड़ा में भी एक रेलवे स्टेशन मौजूद है। जहां से इस मंदिर की दूरी सिर्फ और सिर्फ 3 किलोमीटर ही है, जिसे आप आराम से ऑटो या फिर टैक्सी की मदद से पूरा कर सकते हैं, और आपको लगभग सभी प्रमुख शहरों से विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन देखने को मिल जाएगी। तो यह आपके लिए एक बहुत ही अच्छा विकल्प रहेगा।
फ्लाइट से कनक दुर्गा मंदिर कैसे पहुंचे (Airoplane se Kanak Durga Mandir Kaise Phuche) ?
अगर आप फ्लाइट की मदद से आ रहे हैं, तो आपको यह जानकर बहुत ही ज्यादा खुशी होगी, कि आपको एयरपोर्ट की सुविधा भी विजयवाड़ा में देखने को मिल जाएगी। जी हां विजयवाड़ा में भी एयरपोर्ट मौजूद है। अगर विजयवाड़ा एयरपोर्ट से इस मंदिर के बीच की दूरी की बात की जाए, तो दोनों के बीच 22 से 23 किलोमीटर का डिस्टेंस है, जिससे आप आसानी से टैक्सी की मदद से पूरा कर सकते हैं।
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