कांगड़ा वाली चामुंडा माता का इतिहास और कैसे पहुंचे By Train, Bus, Airoplane – संपूर्ण जानकारी

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क्या आप हिमाचल प्रदेश में स्थित चामुंडा मंदिर देवी के दर्शन करने हेतु जाने के बारे में सोच रहे हैं। तो आज हम आपको आपके पूरे सफर के लिए गाइड करने हेतु यह आर्टिकल लेकर आए हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि अगर आप भी चामुंडा मंदिर देवी के दर्शन करना चाहते हैं, तो आप किस प्रकार से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। तथा हम वहां पहुंचने के लिए साधनों के बारे में भी बताने वाले हैं। साथ ही साथ हम आपको इस मंदिर के इतिहास से भी वाकिफ करवाने वाले हैं। इसलिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े बिना अपना सफर शुरू ना करें। तो चलिए शुरू करते हैं।

चामुंडा मंदिर कांगड़ा का इतिहास (Chamunda Mandir Kangra History in Hindi)

आज के समय में तो यह मन्दीर हिमाचल प्रदेश के पालमपुर नामक हिल स्टेशन में स्थित है, और इस मंदिर के बनने के पीछे एक पौराणिक कथा है। मान्यता है कि जिस स्थान में यह मंदिर अभी मौजूद है, उस जगह माता के पैर गिरे थे। इसलिए इस जगह में इस मंदिर का निर्माण हुआ है। इसे भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ माना गया है। अगर इसके इतिहास के बारे में बात करें तो मान्यता है कि-

 सती माता भोलेनाथ के साथ जब खुशी-खुशी रहती थी। उस समय उनके पिता दक्ष प्रजापति ने एक यज्ञ का आयोजन किया था, और उस यज्ञ के लिए उन्होंने सभी देवी देवताओं को आमंत्रित किया था। लेकिन उन्होंने शिवजी को आमंत्रित नहीं किया था। जिससे कि सती माता बहुत ही ज्यादा दुखी हुई और उन्होंने इसका कारण उनके पिता से पूछा। तो उन्होंने शिव जी के बारे में भला बुरा कह दिया। जिससे की सती माता नाराज हो गई और उस जलते हुए यज्ञ में ही अपने आप को झोंक दिया। जब यह बात शिवजी को पता चली तो वह तुरंत ही यज्ञ के पास आए, और माता के आधे जले शरीर को लेकर तांडव करने लगे। जिससे कि उनके शरीर के अलग-अलग अंग अलग-अलग स्थानों पर गिरे, और इसकी वजह से ही 51 शक्तिपीठों का निर्माण हुआ। मान्यता है कि आज जिस स्थान पर यह मंदिर मौजूद है, उस स्थान पर देवी के पैर गिरे थे। इसलिए इस जगह पर इस मंदिर का निर्माण हुआ।

 इस मंदिर का नाम चामुंडा मंदिर पड़ने का कारण यह है कि, देवी ने दो राक्षसों का वध किया था। जिनमें से एक का नाम था चंडा और दूसरा का नाम था मुंडा। इसलिए इन्हें मिलाकर इस मंदिर का नाम चामुंडा मंदिर रखा गया जोकि चामुंडा देवी को समर्पित है।

चामुंडा मंदिर कांगड़ा के दर्शन कैसे करे (Kangra Mata Mandir Kaise Jaye)?

अगर आप हिमाचल प्रदेश चामुंडा मंदिर में देवी दर्शन के लिए जाना चाहते हैं, तो आपको यहां मंदिर के समय का विशेष ध्यान रखना होगा। ताकि आप भी आसानी से चामुंडा देवी के दर्शन कर सकें। तो हम आपको बता दें कि अगर आप चामुंडा मंदिर जाना चाहते हैं, तो यह मंदिर सुबह 6 बजे से 12 बजे तक, तथा उसके बाद 1 बजे  से रात के 9 बजे तक खुला रहता है। 12 से 1 तक यहां प्रवेश निषेध है। 

तो आप 6 से 12  या फिर 1 से 9 बजे के बीच जाकर यहां देवी के दर्शन कर सकते हैं, और यह समय मौसम के अनुसार परिवर्तित भी होता रहता है। जैसे कि गर्मियों के दिन में यहां आरती 8:00 से लेकर 6:00 के बीच शुरू होती है, और ठंडी दिन में यहां आरती 8:00 बजे से लेकर लगभग रात के 8:00 बजे तक होती है। तो अगर आप समय का ध्यान करके मंदिर जाएंगे, तो आप आसानी से और बिना किसी परेशानी के देवी के दर्शन कर पाएंगे।

चलिए हमने आपको दर्शन करने के बारे में तो बता ही दिया है। अब हम आपको बताते हैं कि, अगर आप किसी दूसरे शहर से आना चाहे, तो आप किस प्रकार से चामुंडा देवी मंदिर पहुंच सकते हैं।

चामुंडा देवी मंदिर कांगड़ा कैसे पहुंचे (Kangra Chamunda Devi Mandir kaise phuche)?

बस से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे (Bus se Kangra Chamunda Devi Mandir Kaise Phuche)?

अगर आप बस से यात्रा करना चाहे, तो हम आपको बता दें कि, यह मंदिर पालमपुर से लगभग 18 से 19 किलोमीटर दूर है। जहां जाने के लिए आपको आसानी से बस देखने को मिल जाएगी।

ट्रेन से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे (Train se Chamunda Devi Mandir Kaise Phuche)?

अगर आप ट्रेन से यात्रा करते हुए आना चाहते हैं, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कांगड़ा जिले के अंतर्गत nagrota bagwan रेलवे स्टेशन है। जो कि इस मंदिर से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है। तो आप इस रेलवे स्टेशन में आकर टैक्सी की मदद से आसानी से देवी के मंदिर पहुंच सकते हैं।

चामुंडा देवी मंदिर कांगड़ा का निकटतम रेलवे स्टेशन कौन सा है ?

Nagrota Bagwan रेलवे स्टेशन ही निकटतम रेलवे स्टेशन है

कांगड़ा से चामुंडा देवी मंदिर की दूरी ?

कांगड़ा से चामुंडा देवी मंदिर की दूरी 20 किलोमीटर है जिसमे आपको लगभग 40 मिनट्स लग सकते है।

धर्मशाला से चामुंडा देवी मंदिर की दूरी ?

धर्मशाला से चामुंडा देवी मंदिर की दूरी 15 किलोमीटर है जिसमे आपको लगभग 30 मिनट्स लग सकते है।

फ्लाइट से चामुंडा देवी मंदिर कैसे पहुंचे (Airoplane se Chamunda Devi Mandir Kaise Phuche)?

अगर आप फ्लाइट के माध्यम से आना चाहे, तो हम आपको बता दें कि इस मंदिर का सबसे निकटतम एयरपोर्ट है, कांगड़ा गग्गल एयरपोर्ट। जो कि इस मंदिर से सिर्फ 22 किलोमीटर दूर है। जिसकी दूरी आप टैक्सी या फिर लोकल बस की मदद से पूरी कर सकते हैं।

 

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