श्री अष्टापद तीर्थ हस्तिनापुर
श्री अष्टापद तीर्थ की स्थापना श्री हस्तिनापुर जैन श्वेताम्बर तीर्थ ट्रस्ट के द्वारा 31 जनवरी 1996 में की गई थी और इस मंदिर का उद्घाटन आचार्य भगवंत श्रीमद विजय इंद्रदितरा सुरिश्वर के द्वारा की गई। यह अष्टापद तीर्थ भगवान आदित्यनाथ जी को समर्पित है।
श्री अष्टापद तीर्थ जिसकी हाईट 151 फीट उची है इसमें चारों दिशाओं में भगवान ऋषभदेव जी की मूर्ति स्थापित है और प्रार्थना कक्ष से जुड़े चार द्वार हैं। जिनालय जो सबसे ऊंचाई पर स्थित है उस पर सिर्फ पांच मिनट तक रुकने की इजाजत है।
अष्टपद कहने के पीछे का कारण इसकी आठ अलग-अलग पर्वत श्रृंखला गौरीशंकर, कैलाश, बद्रीनाथ, नंदा, द्रोणगिरी, नारायण, नर और त्रिशूली है और निर्वाणकांड के अनुसार इसे आदिश्वर स्वामी के नाम से भी जाना जाता है। कैलाश भारत चक्रवर्ती जिन्होंने 24 तीर्थकर मंदिरों का निर्माण करवाया था इन्हीं के नाम पर देश का नाम भारत पड़ा।
मंदिर कमेटी ने अष्टापद तीर्थ के दर्शन करने के लिए एक समय निर्धारित किया गया है उसी समय अंतराल में आप इस मंदिर में दर्शन कर सकते हैं तो इस गर्मियों में दर्शन करने का समय सुबह 7:00 से 12:00 के बीच और शाम को 2:00 बजे से लेकर 6:00 बजे के बीच है। वही बात करें सर्दियों में तो इसका दर्शन का समय सुबह 8:00 से लेकर 12:00 बजे तक तथा शाम को 2:00 बजे से लेकर 5:00 बजे तक निर्धारित किया गया है।
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