मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कैसे पहुंचे? (Mehandipur Bala ji Kaise Phuche)
आज के इस लेख में हम आपको मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Bala Ji) कहाँ पर है और वहां पर कैसे पहुंचे इसके बारे में जानकारी देने वाले है। यदि आप मेहंदीपुर बालाजी जाने की सोच रहे है तो आपको यह पता होना चाहिए कि आखिर मेहंदीपुर बालाजी कहा पर है। यदि आपको नही पता कि मेहंदीपुर बालाजी कहा पर है और वहां पर कैसे पहुंचते है तो कोई बात नही हम आपको बता देते है।
भारत के राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है | |
बांदीकुई रेलवे स्टेशन | |
लगभग 40 किलोमीटर | |
जयपुर हवाई अड्डा | |
लगभग 55 किलोमीटर |
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कहाँ पर है ?
हमने देखा है कि बहुत से लोग मेहंदीपुर बालाजी जाने के बारे में सोचते है परंतु उन्हें पता ही नही रहता है कि आखिर यह मेहंदीपुर बालाजी(Mehandipur Bala Ji) मंदिर कहाँ पर है। चलिए हम आपको बताते है। तो मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Bala Ji)का यह मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है और यह मंदिर भगवान हनुमान जी का है। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए लोग बहुत दूर दूर से आते है और कुछ लोग यहां पर अपनी मनोकामना भी पूरी करने आते है। कई भक्त ऐसा भी मानते है कि इस मंदिर में जादुई शक्तियां है, और यही कारण है कि सभी भक्त इस मंदिर के दर्शन के लिए दूर दूर से आते है।
तो अब आपने यह जान लिया है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कहा पर है, चलिए अब हम आपको यह बताते है कि आप इस मंदिर तक आसानी से कैसे पहुंच सकते है।
जरूर पढ़े : मेहंदीपुर बालाजी मंदिर बालाजी दरबार में अर्जी कैसे लगाएं?
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कैसे पहुंचे ?
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बता दिया है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान राज्य के दौसा जिले में स्थित है। और यदि इसके गांव की बात करे तो यह मेहंदीपुर गांव में स्थित है जो जयपुर से 99 किलो मीटर दूर है। यहां तक आप तीन तरीको से पहुंच सकते है और वह तीनो तरीके हम आपको नीचे बता रहे है।
मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Bala Ji) मंदिर रेल से कैसे पहुंचे ?
इस मंदिर तक पहुंचने का पहला तरीका रेल गाड़ी है। जी हां आप रेल गाड़ी से आसानी से यहां तक पहुंच सकते है। यहाँ का सबसे पास का रेलवे स्टेशन बांदीकुई है और ये रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहाँ से मंदिर की दुरी लगभग 40 किलो मीटर के आसपास है। यहाँ के पास का दूसरा रेलवे स्टेशन दौसा है ये रेलवे स्टेशन भी और रेलवे स्टेशन से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। या फिर आप सीधे जयपुर आ सकते हो क्योंकि जयपुर यह सभी शहर के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। रेलवे स्टेशन से मंदिर तक कि यात्रा आप कार या बस द्वारा कर सकते है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का सबसे पास का रेलवे स्टेशन (Mehandipur Balaji ka Nearest Railway Station)
बांदीकुई मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का सबसे पास वाला रेलवे स्टेशन है
बांदीकुई (Bandikui) रेलवे स्टेशन (Railway Station) से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर (Mehandipur Bala ji Mandir) की दूरी
बांदीकुई रेलवे स्टेशन से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर तक की दूरी लगभग 40 किलोमीटर की है
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर हवाईजहाज से कैसे पहुंचे ?
इस मंदिर तक पहुंचने का दूसरा तरीका हवाईजहाज है। जी हां आप हवाई जहाज से आसानी से यहां तक पहुंच सकते है। क्योंकि मंदिर का निकटतम हवाई अड्डा यह जयपुर हवाई अड्डा है जो दिल्ली और आगरा हवाई अड्डे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जयपुर हवाई अड्डे से मंदिर तक की यात्रा आप कार या बस द्वारा कर सकते है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कार या बस से कैसे पहुंचे ?
दौसा जयपुर से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। यदि आप रोडवेज के माध्यम से पहुंचना चाहते हैं, तो राजस्थान राज्य परिवहन या दिल्ली, आगरा और आसपास के अन्य शहरों और जिलों से दौसा के लिए नियमित रूप से चलने वाली निजी बसों के लिए जाने का बढ़िया विकल्प है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जयपुर, आगरा और दिल्ली बस स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यदि आप चाहे तो अपने कार से भी यहां तक पहुंच सकते है। बहुत से लोग कार या बस का इस्तेमाल करके भी इस मंदिर तक पहुँचते है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के नियम क्या है ? (Mehandipur Balaji Mandir ke Niyam Kya hai)
आज के इस लेख में हम आपको मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Bala Ji) मंदिर के नियम और शर्ते क्या है इसके बारे में बताने जा रहे है। यदि आप इस मंदिर के दर्शन करने जाने वाले है या फिर जाने की सोच रहे है तो आपको इस मंदिर के नियम जरूर पता होना चाहिए ताकि बादमे आपसे किसी भी तरह की कोई गलती न हो। वैसे इस मंदिर के नियम बहुत सख्त भी नही है परंतु फिर भी आपको इन नियमो को एक बार जरूर पढ़ लेना चाहिए। तो चलिए नीचे हम आपको इस मंदिर के नियम बताते है।
पहला नियम
इस मंदिर का सबसे पहला नियम यही है कि यहां पर किसी से बात करना या किसी वस्तु को या लोगो को छूना प्रतिबंधित है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहां पर कई लोगों के पास शक्तियां होती है, और यदि आप उन्हें छूते हैं तो आप प्रभावित हो सकते हैं।
दूसरा नियम
इसके अलावा, एक बार जब आप मंदिर छोड़ देते हैं, तो आपको पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए क्योंकि कौन जानता है कि एक बुरी आत्मा आपको देख रही है और आप उनसे निमंत्रण दे सकते हैं। जैसे ही आप मंदिर परिसर से बाहर निकलते हैं तो यह सख्ती से सलाह दी जाती है कि जल्द से जल्द यह गांव छोड़ दें।
तीसरा नियम
इस मंदिर का एक नियम यह भी है कि आपको मंदिर परिसर के अंदर कुछ भी खाने-पीने की अनुमति नहीं हैं और वहां खाने वालों को सख्ती से ना कहा जाता हैं। साथ ही, गाँव से बाहर निकलते ही आपको खाने के सभी पैकेट और पानी की बोतलें खाली कर देनी चाहिए। परंतु मंदिर के दर्शन करने के बाद, आप क्षेत्र के आसपास के कुछ रेस्तरां में भोजन कर सकते हैं।
तो यह इस मंदिर के कुछ नियम है, यदि आप इस मंदिर में जाते है तो आपको इन सभी नियमो का पालन करना जरूरी है।
तो इस लेख में हमने आपको मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के सभी नियम बता दिए है। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको आज का यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तो के साथ और सोशल मीडिया साइट पर जरूर शेयर करे।
तो इस लेख में हमने आपको मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Bala Ji) मंदिर कहा पर है और वहां पर कैसे पहुंचे इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदी आप आज का यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया साइट पर जरूर शेयर करे।
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मेहंदीपुर बालाजी का निकटतम रेलवे स्टेशन