आज हम आपको इस पोस्ट में करमन घाट हनुमान मंदिर(Karman Ghat Hanuman Mandir) के बारे में जानकारी देने वाले हैं। इस आर्टिकल में हम आपको करमन घाट हनुमान मंदिर के इतिहास और अगर आप वहां जाना चाहे तो वहां पहुंचने के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। तो अगर आप भी इस मंदिर के इतिहास और वहां पहुंचने के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी मिलने वाली है। तो चलिए बिना किसी देरी के आज का यह आर्टिकल शुरू करते हैं।
करमन घाट हनुमान मंदिर का इतिहास (Karman Ghat Mandir)
यह मंदिर हिंदू धर्म का एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय मंदिर है। जो कि भारत के तेलंगाना राज्य में हैदराबाद शहर में स्थित है। इस मंदिर के पीठासीन देवता हनुमान जी हैं, और इस मंदिर के परिसर में और अन्य देवताओं की भी प्रतिमाएं है।जैसे कि भगवान राम की भगवान शिव की, सरस्वती देवी की, संतोषी माता, दुर्गा देवी, जगन्नाथ भगवान, सहित कई अन्य भगवानों की प्रतिमा स्थित है। यह मंदिर संतोष नगर के पास करमन घाट में और नागार्जुन सागर रिंग रोड के करीब स्थित है।
इस मंदिर के बनने और इस मंदिर का नाम करमन घाट पढ़ने के पीछे एक ऐतिहासिक कथा है।
माना जाता है कि इस मंदिर को 12वीं शताब्दी में बनाया गया था। इसको बनाने का कारण यह है कि जब एक दिन राजा काकतीय प्रोल द्वितीय शिकार करने जंगल में गए थे। तब वह थक गए, और एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए बैठ गए। तभी उन्हें राम नाम का जाप सुनाई दिया। तब वे सोचने लगे कि इतने घने जंगल में यह आवाज कहां से आ रही है। तब वह उस आवाज के पीछे गए, तो उन्हे उस जंगल में एक हनुमान जी की बैठी हुई मूर्ति मिली।उसी मूर्ति से राम भगवान के जाप करने की आवाज सुनाई दे रही थी। उस मूर्ति के दर्शन करने के बाद जब राजा अपने राजधानी वापस लौटे। तब रात में उनके सपने में उन्हें भगवान ने दर्शन दिए, और उन्हें एक मंदिर बनवाने को कहा। सभी राजा कातिया ने इस मंदिर का निर्माण किया था और इस मंदिर में हनुमान जी की मुर्ति को स्थापित किया था।
उस समय औरंगजेब लगभग सभी हिंदू मंदिरों को नष्ट करना चाहता था, और उसने कई मंदिरों को नष्ट भी कर दिया था। तो वह इस मंदिर को भी नष्ट करना चाहता था। इसके लिए उसने अपनी सेना वहां भेजी लेकिन वह सेना इस मंदिर के परिसर तक अंदर भी ना पहुंच सकी। उसके बाद औरंगजेब ने गुस्से में आकर खुद इस मंदिर को तोड़ने के लिए जाने का फैसला किया, एक संदेश को छोड़ने के लिए निकल गया, और जब उस मंदिर को तोड़ने के लिए हथियार उठाया, जिसके बाद एक तेज गर्जना की आवाज सुनाई दी, और एक आकाशवाणी हुई ।जिसमें आवाज आई कि अगर मंदिर को तोड़ना है, तो रख राजा कर मन घट इसका मतलब है कि अगर तुम मंदिर को तोड़ना चाहते हो, तो सबसे पहले अपने हृदय को मजबूत करो। यह आकाशवाणी इतनी भारी थी कि, औरंगजेब के हाथ से हथियार नीचे गिर गए, और वह इस मंदिर को कुछ ना कर पाया, और चुपचाप वापस चला गया। तभी से इस मंदिर का नाम करमन घाट मंदिर रखा गया है। यह मंदिर हिंदुओं के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। जिसके दर्शन के लिए पूरे देश भर से श्रद्धालु आते हैं और अपनी मुराद मांगते हैं।
करमन घाट हनुमान मंदिर कैसे जाएं ? (Karman Ghat Hanuman Mandir Kaise Jaye)
तो चलिए जानते हैं कि अगर आप करमन घाट हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो आप वहां किस प्रकार पहुंच सकते है।नीचे आपको करमन घाट हनुमान मंदिर जाने के बारे में बताया गया है, कि आप किस प्रकार बस, ट्रेन और एयरप्लेन से मंदिर जा सकते हैं। तो यह जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
बस से करमन घाट हनुमान(Karman Ghat Hanuman Mandir) मंदिर कैसे जाएं?
अगर आप बस से करमन घाट हनुमान मंदिर जाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप जहां भी रहते हो, आपको हैदराबाद आना होगा।आपको हैदराबाद से बस लेकर करमन घाट हनुमान मंदिर पर नियरेस्ट बस स्टॉप जोकि करमन घाट बस स्टॉप है वहां जाना होगा। जहां जाने के लिए आपको कई तरह की बसें देखने को मिल जाएगी। जैसे कि आपको हैदराबाद से रूट नंबर 107vk, 90/251,90k,
90u, 90uk,90l/251, इन रूट्स की बसें देखने को मिल जाएगी जो कि करमन घाट बस स्टॉप जाती है। करमन घाट बस स्टॉप से करमन घाट हनुमान मंदिर के बीच की दूरी लगभग 1.3 किलोमीटर है जहां आप पैदल भी जा सकते हैं। और अगर आप पैदा नहीं जाना चाहते तो इसके लिए आपको वहां से रिक्शा देखने को भी मिल जायेगी।
ट्रेन से करमन घाट हनुमान मंदिर कैसे जाएं?
अगर आप ट्रेन से करमन घाट हनुमान मंदिर (Karman Ghat Hanuman Mandir) जाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सबसे पहले करमन घाट हनुमान मंदिर के सबसे पास के रेलवे स्टेशन जाना होगा। जोकि याकूतपुरा रेलवे स्टेशन है। याकूतपुरा रेलवे स्टेशन से करमन घाट हनुमान मंदिर (Karman Ghat Hanuman Mandir) के बीच की दूरी मात्र 5 किलोमीटर है। जिसकी दूरी को आप ऑटो या टैक्सी से पूरा कर सकते हैं। याकूतपुरा पहुंचने के लिए ट्रेन की जानकारी आपको नीचे बताई गई है-
अगर आप फलकनुमा रेलवे स्टेशन में है, तो आपको फलकनुमा रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 1 से याकूतपुरा रेलवे स्टेशन के लिए एक ट्रेन देखने को मिल जाएगी, जिसमें आपको सिर्फ 4 मिनट का ही समय लगेगा।
यदि आप काचीगुड़ा रेलवे स्टेशन में है, तो आपको प्लेटफार्म नंबर 1 से याकूतपुरा रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन देखने को मिल जाएगी, जिसमें आपको 6 मिनट का समय लगेगा।
हवाई यात्रा से करमन घाट हनुमान मंदिर कैसे जाये?
आगर आप कर्मन घाट हनुमान मंदिर (Karman Ghat Hanuman Mandir) जाना चाहते हैं, वो भी हवाई यात्रा से। तो आपको सबसे पहले इस मंदिर के नियरेस्ट एयरपोर्ट जोकि राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, वहां जाना होगा। जहां से इस मंदिर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है।जहां आप लोकल बस या फिर टैक्सी करके आसानी से पहुंच सकते है। आपको एयरपोर्ट के बाहर ही मंदिर के लिए कई सारे ऑटो देखने को मिल जाएगे।