करण घाट मंदिर
करण घाट मंदिर से जुड़ा पौराणिक इतिहास यह बताता है कि यह मंदिर महाभारत काल से स्थापित हैं और यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसके पीछे का कारण यह है कि इस मंदिर के भूगर्भ में एक शिवलिंग स्थापित है पंडितों की माने तो इसी शिवलिंग को दानवीर कर्ण के द्वारा दान किया गया था। मंदिर का रंग गहरा और गुलाबी है लेकिन यह बहुत सारी कहानियों और इतिहास को समेटे हुए हैं।
कुछ इतिहासकारों के द्वारा बताया जाता है कि इस स्थान पर दानवीर कर्ण 50 किलो सोना हर रोज दान किया करते थे लेकिन वर्तमान समय में गंगा नदी इस पवित्र स्थान से लगभग 7 से 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जिस वजह से उस गंगा को बूढ़ी गंगा का नाम लिया गया है।
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