शुक्रताल का इतिहास
आज के इस लेख में हम आपको शुक्रताल (Shukratal) किस लिए प्रसिद्ध है? के बारे में जानकारी देने वाले है। बहुत से लोग तो शुक्रताल में जाते है परंतु उन्हें यह पता नही रहता है कि आखिर शुक्रताल क्यो इतना लोकप्रिय है। शुक्रताल में कुछ जगह ऐसी है जिसके कारण शुक्रताल पूरे भारत शहर में लोकप्रिय है। यह लोकप्रिय होने के कारण ही यहां पर दूर दूर से लोग आते है। तो चलिए नीचे हम आपको यह बताते है कि शुक्रताल क्यो लोकप्रिय है।
शुक्रताल क्यो लोकप्रिय है ? (Shukratal kyo famous hai)
यह बात शायद आप जानते ही होंगे कि शुक्रताल यह मुजफ्फरनगर जिले में गंगा नदी के पास स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि महाभारत में पांडवों के वंशज राजा परीक्षित को महर्षि व्यास के पुत्र महान ऋषि शुक देव ने 5000 वर्षों पहले राजा परीक्षित को श्राप से मुक्ति दिलाई थी, इसीलिए शुक्रताल यह एक तीर्थस्थल बना। और साथ ही यह स्थान अपनी प्राचीनता के लिए बहुत लोकप्रिय है। कार्तिक पूर्णिमा पर इस स्थल पर एक विशेष मेले का आयोजन किया जाता है, और इसी दिन कई सारे भक्त गंगा नदी में डुबकी लगाकर अपने आप को पवित्र कर लेते है।
शुक्रताल तीन कारणों के वजह से लोकप्रिय है और वह सभी कारण हम आपको नीचे बता रहे है।
अक्षय वट वाटिका (Akshay Vat Vatika)
अक्षय वट वाटिका यह सबसे पहला कारण है जिसके वजह से शुक्रताल इतना लोकप्रिय है। काफी लोग अक्षय वट को एक पवित्र स्थान मानते है और इसकी पूजा भी करते है। अक्षय वट एक बरगद के पेड़ को कहा जाट है। ऐसा भी कहा जाता है कि यह एक ऐसा वृक्ष है जो हजारों सालों से आज भी वैसा ही दिखता है और ना ही इस पेड़ के पत्ते कभी सूखते है। ऐसा भी माना जाता है कि इस वृक्ष के नीचे ऋषि शुक देव ने अपनी मृत्यु से पहले राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा सुनाई थी। यह वृक्ष दिखने में भी काफी विशाल दिखता है यह वृक्ष प्राचीन मंदिरों, तीर्थयात्रियों के ठहरने के स्थान, विसर्जन स्थल आदि से घिरा हुआ है। यहां एक मंदिर है, जहां बांसुरी बजाने वाले भगवान श्री कृष्ण की छवि भी है और साथ ही शुक देव, राजा परीक्षित और कई अन्य ऋषियों की मूर्तियों से यह जगह घिरी हुई है। बहुत पहले गंगा नदी इस अक्षय वट वाटिका के पास में बहती थी, लेकिन अब यह इस स्थल से थोड़ी दूर चली गई है। तो अब आपको पता चल गया होगा कि अक्षय वट वाटिका के कारण शुक्रताल सबसे ज्यादा लोकप्रिय माना जाता है। चलिए अब हम आपको दूसरा कारण बताते है।
हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir)
हनुमान मंदिर यह दूसरा कारण है जिससे शुक्रताल लोकप्रिय है। इस मंदिर को देखने के लिए लोग बहुत दूर दूर से आते है। हनुमान मंदिर यह अक्षय वट वाटिका से बहुत पास ही है इस मंदिर की खास बात यह है कि
इस मंदिर में भगवान हनुमान जी की 75 फ़ीट की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसके कारण लोग इस मंदिर को देखने के लिए आते है। यह प्रतिमा इतनी उची है कि इसके कारण यह मंदिर बहुत लोकप्रिय हो गया है। और मंदिर के लोकप्रिय होने के कारण ही शुक्रताल भी लोकप्रिय हो गया है।
गणेश मंदिर (Ganesh Mandir)
शुक्रताल का लोकप्रिय होने का तीसरा कारण यहां का गणेश मंदिर है। लोग दूर दूर से इस मंदिर के दर्शन के लिए आते है। और यह गणेश मंदिर अक्षय वट वाटिका और हनुमान मंदिर के काफी पास है। इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर में गणेश जी की एक लंबी बाहरी छवि है, जो 35 फीट लंबी है। और यह भी एक कारण है कि यह मंदिर बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है।
हनुमतधाम (Hanumanth Dham)
शुक्रताल का लोकप्रिय होने का चौथा कारण हनुमतधाम भी है। यह हनुमतधाम भी बहुत लोकप्रिय माना जाता है, और इसे देखने के लिए पूरे भारत वर्ष से लोग आते है। हनुमतधाम लोकप्रिय होने के कारण ही शुक्रताल भी लोकप्रिय हो गया है क्योंकि यह हनुमतधाम शुक्रताल में ही है। हनुमतधाम की भी एक खास बात है और वह यह है कि यहां पर हनुमान की 72 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी। इतनी बड़ी मूर्ति देखकर हर कोई आश्चर्यचकित हो जाता है।
गंगा नदी (Ganga River)
शुक्रताल के लोकप्रिय होने का पांचवा कारण गंगा नदी है। जी हां गंगा नदी, गंगा नदी भी शुक्रताल से ही बहती है। कुछ लोग शुक्रताल में इसी लिए भी आते है ताकि वह गंगा नदी में नहाकर अपने आप को पवित्र कर सके। यदि आप अक्षय वट वाटिका के दर्शन करते है तो वहां से थोड़ी ही दूरी पर आपको गंगा नदी मिल जाती है।
वैसे तो शुक्रताल अलग अलग मंदिरो के कारण ही लोकप्रिय है क्योंकि यहां पर सिर्फ एक या दो नही बल्कि आपको बहुत से मंदिर देखने को मिलते है। और साथ ही आपको यहां पर गंगा नदी के दर्शन करने को भी मिलते है। तो अब आपको पता चल गया होगा कि शुक्रताल क्यो लोकप्रिय है।
निष्कर्ष –
तो इस लेख में हमने आपको what is shukratal famous for के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। हम आशा करते है की आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको आज का यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया साइट पर जरूर शेयर करे ताकि और लोगो तक यह जानकारी पहुंच सके।
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