बागेश्वर धाम सरकार कैसे पहुंचे (Bageshwar Dham Sarkar Kaise Phuche) ?
दोस्तों आज कल आप बागेश्वर धाम सरकार की काफी चर्चा सुन रहे होंगे। यह धाम अपने चमत्कार के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहाँ के महाराज जी जिनका नाम पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री किसी के भी मन की बात को बताने के लिए प्रचलित हैं। दोस्तों इस आर्टिकल मे आपको बताने वाला हूँ कैसे आप बागेश्वर धाम सरकार पहुँच सकते है।
बागेश्वर धाम सरकार कहाँ है ? | गढ़ा, गंज, छतरपुर, मध्य प्रदेश, भारत-471105 |
नजदीकी रेलवे स्टेशन कौन सा है ? | पहला खजुराहो रेलवे स्टेशन और दूसरा छतरपुर रेलवे स्टेशन |
खजुराहो रेलवे स्टेशन से बमीठा तक की दूरी | खजुराहो रेलवे स्टेशन से बमीठा तक की दूरी 5 KM है |
नजदीकी एयरपोर्ट कौन सा है ? | खजुराहो एयरपोर्ट नजदीकी एयरपोर्ट है |
महाराज जी का नाम | पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री |
जरूर देखे : बागेश्वर धाम अर्जी कैसे लगाई जाती है ? घर बैठे ही अर्जी कैसे लगाएं
जरूर देखे : पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जीवन परिचय – संपूर्ण जानकारी
बागेश्वर धाम सरकार रेल से कैसे पहुंचे ? (Bageshwar Dham Sarkar Train se kese Phuche )
दोस्तों भारतीय रेल हर जिले मे चलती है आप बागेश्वर धाम देश के किसी कोने से पहुंच सकते है और यहाँ आकर अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते है। बागेश्वर धाम भारत के मध्य प्रदेश मै िस्थीत हैं।
सबसे पहले आपको आपके शहर या गांव से रेल पकड़ी है और आपको मध्यप्रदेश के खजुराहो या छतरपुर रेलवे स्टेशन पर उतरना है। यहाँ दोनों स्टेशन पास मैं है पहला खजुराहो रेलवे स्टेशन और दूसरा छतरपुर रेलवे स्टेशन।
खजुराहो रेलवे स्टेशन से बागेश्वर धाम सरकार कैसे पहुंचे ? (Khurjaho Railway Station se Bageshwar Dham Sarkar kese Phuche )
पहला खजुराहो रेलवे स्टेशन आपको बमीठा तक टेम्पो मिल जायेंगे या आप अपना टैक्सी भी कर सकते हो , फिर बमीठा से आपको टेम्पो बदलना पड़ेगा या वहाँ से बस भी पकड़ सकते है वहाँ से आपको गढ़ा गाँव उतरना हैं। गढ़ा गाँव से बागेश्वर धाम सरकार 5 किलोमीटर अंदर हैं गढ़ा गाँव से भी आपको बागेश्वर धाम के लिए टेम्पो मिल जायेंगे।
गढ़ा गाँव से से बागेश्वर धाम सरकार तक की दूरी 5 KM
छतरपुर रेलवे स्टेशन से बागेश्वर धाम सरकार कैसे पहुंचे ? (Chhatarpur Railway Station se Bageshwar Dham Sarkar kese Phuche)
दूसरा रेलवे स्टेशन छतरपुर रेलवे स्टेशन हैं , छतरपुर रेलवे स्टेशन के सामने से ही आपको गढ़ा गाँव के लिए बस मिल जाएगी। इस रेलवे स्टेशन से 5 किलोमीटर दूर बस स्टैंड है तो आप वहाँ जाकर बस भी पकड़ सकते है किन्तु ये सभी बसे पन्ना, खजराओं , बमीठा जाती हैं रास्ते मैं गढ़ा गाँव पड़ता है वहाँ आपको उतरना हैं। वहाँ से बागेश्वर धाम 5 किलोमीटर अंदर हैं वहाँ से भी आपको बागेश्वर धाम के लिए टेम्पो मिल जायेंगे।
दिल्ली से बागेश्वर धाम सरकार कैसे पहुंचे ? (Delhi se Bageshwar Dham Sarkar kese Phuche)
बागेश्वर धाम कौन सी ट्रेन जाती है?
अगर आप देश की राजधानी दिल्ली से बागेश्वर धाम जाना चहाते है तो आपको रेल यात्रा सबसे अच्छी रहेगी ,राजधानी दिल्ली के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से KKDE KURJ EXP (11842) नाम की रेल मिलेगी जो आपको खजुराहो रेलवे स्टेशन छोड़ देगी, छतरपुर रेलवे स्टेशन भी खजुराहो रेलवे स्टेशन से पहले पड़ता है, आप किसी भी रेलवे स्टेशन पर उतर सकते है तो इस तरह से आप दिल्ली से बागेश्वर धाम सरकार सकते है।
बागेश्वर धाम सरकार हवाई जहाज से कैसे पहुंचे (Bageshwar Dham Sarkar kese Phuche By Airoplane)?
अगर आप बागेश्वर धाम हवाई जहाज से आने की सोच रहे है तो आपको अपने शहर से खजुराहो एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट लेनी है बागेश्वर धाम के आस पास यही एक मात्रा एयरपोर्ट है खजुराहो एयरपोर्ट से आपको छतरपुर आना पड़ेगा इसके लिए आप बस या टैक्सी का प्रयोग कर सकते है छतरपुर से आपको गढ़ा गांव उतरना है और वहाँ से बागेश्वर धाम 5 किलो मीटर है वहाँ से आप टेम्पो या टैक्सी कर सकते हो।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बागेश्वर धाम के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। क्योंकि कई लोग ऐसे हैं जो की बागेश्वर धाम जाना तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता है कि बागेश्वर धाम जाने के बाद उन्हें क्या-क्या करना होता है, जैसे कि टोकन कैसे प्राप्त किया जाता है, वहां खाने की कैसी व्यवस्था होती है, वहां अर्जी कैसी लगाई जाती है। तो यह सब जानकारी हम आपको आज के हमारे इस आर्टिकल में देने वाले हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और शुरू करते हैं।
बागेश्वर धाम जाने के बाद क्या करें ?
तो दोस्तों आपने कभी ना कभी बागेश्वर धाम के बारे में तो जरूर सुना ही होगा, खासकर अगर बात करें धीरेंद्र कृष्ण जी की, तो उन्हीं के वजह से आज के समय में बागेश्वर धाम और भी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया है। हम आपको बता दें कि बागेश्वर धाम हमारे भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अंतर्गत छतरपुर के अंतर्गत स्थित है। असल में बागेश्वर धाम बालाजी यानी की साक्षात हनुमान जी को समर्पित एक मंदिर है, और यहां की खास बात यह है कि यहां हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, मान्यता है कि यहां के गुरु धीरेंद्र कृष्ण जी के द्वारा उन भक्तों के सभी दुख दर्द को दूर किया जाता है। यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु टोकन के माध्यम से अर्जी लगाने आते हैं, और टोकन के माध्यम से ही श्री धीरेंद्र कृष्ण जी के द्वारा यहां श्रद्धालुओं के दुख दर्द का निवारण किया जाता है।
तो दोस्तों क्या आप भी बागेश्वर धाम जाकर वहां अपनी अर्जी लगाना चाहते हैं, और चाहते हैं कि आपको भी आपके सभी दुख दर्द से मुक्ति मिले। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बागेश्वर धाम जाने के बाद करने वाले कार्यों के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। आज हम आपको बताएंगे कि बागेश्वर धाम जाने के बाद आपको अर्जी लगाने के लिए टोकन कैसे प्राप्त होंगे, साथ ही साथ बागेश्वर धाम में खाने की क्या व्यवस्था होगी। इतना ही नहीं हम आपको बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के तरीके के साथ साथ आपको अर्जी स्वीकार हुई कि नहीं यह पता करने के तरीके के बारे में भी जानकारी देंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और इन सभी चीजों के बारे में एक-एक करके जानते हैं।
बागेश्वर मंदिर दर्शन के लिए टोकन कैसे प्राप्त करें?
तो दोस्तों हम आपको बता दें कि अगर आप बागेश्वर धाम जाकर धीरेंद्र कृष्ण जी से अपने सभी दुखों का निवारण करवाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको टोकन की जरूरत होगी। यानी कि टोकन की मदद से ही आप वहां जाकर बागेश्वर धाम के दर्शन कर पाएंगे, और टोकन के माध्यम से ही आप वहां अर्जी लगा पाएंगे। तो अब बात आती है कि आखिर बागेश्वर मंदिर के लिए आप टोकन कहां से प्राप्त कर सकते हैं। तो हम आपको बता दें कि हर महीने की किसी विशेष तारीख को ही बागेश्वर धाम की समिति के द्वारा भक्तों को टोकन वितरण किया जाता है, असल में लोगों को टोकन बांटने के लिए यहां लॉटरी सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके लिए आपको कागज में अपने कुछ जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर और पता लिखकर बागेश्वर धाम में जमा करवाना होता है, और हम आपको बता दें की यह सब कार्य करने के लिए आपको बागेश्वर धाम आना ही होगा आप यह सब कार्य ऑनलाइन नहीं कर सकते। जब आप अपनी पर्ची में अपनी सारी जानकारी लिखकर बागेश्वर धाम में जमा कर देते हैं, तो उसके बाद बागेश्वर धाम समिति के द्वारा लॉटरी के माध्यम से एक-एक करके पर्चियो को निकाला जाता है, और जिन लोगों का नाम आता है उन्हें उनके द्वारा दिए गए जानकारी के माध्यम से कांटेक्ट किया जाता है, और उस हिसाब से उन्हें बागेश्वर धाम से महीने के किसी विशेष तारीख को टोकन प्राप्त होते हैं, जिसकी मदद से ही बागेश्वर धाम में उनकी अर्जी लगती है।
आगे बढ़ने से पहले हम आपको यह बता दें कि बागेश्वर धाम में मिलने वाले टोकन पूरी तरह से निशुल्क होते हैं, इसलिए अगर आपको कोई व्यक्ति टोकन के बदले पैसे मांगे तो उसे किसी भी प्रकार के पैसों का भुगतान न करें। वह आदमी वह व्यक्ति झूठा हो सकता है यह बात बागेश्वर धाम के समिति ने स्वयं कही है।
बागेश्वर धाम मंदिर में रहने खाने की व्यवस्था
तो दोस्तों कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि बागेश्वर धाम आश्रम में जाने के बाद क्या वहां लोगों के रहने खाने की कोई व्यवस्था होती है या नहीं। तो दोस्तों इसके लिए हम आपको बता दें कि हां अगर आप बागेश्वर धाम आश्रम अपनी अर्जी लगाने के लिए गए हुए हैं, तो यहां आपको रहने खाने की भी बहुत ही अच्छा व्यवस्था देखने को मिल जाती है। असल में बागेश्वर धाम के महाराज का यह संकल्प है कि यहां आने वाला कोई भी भक्त भूखा वापस नहीं जायेगा। बागेश्वर धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इसी स्थान पर भंडारे की व्यवस्था रखी गई है, जो आपको हर दिन देखने को मिलती है।
इतना ही नहीं खाने के साथ-साथ आपको इस आश्रम में रहने की भी अच्छी व्यवस्था देखने को मिल जाती है, भक्तों का जहां मन करे वह वहां रह सकते हैं। तो दोस्तों अगर आप बागेश्वर धाम आश्रम में अपनी अर्जी लगाने के लिए आए हुए हैं, और आप चाहते हैं कि आप यहां लगने वाले भंडारे में प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण करें। तो हम आपको बता दें कि यहां दिन में दो बार भंडारा लगता है। अगर समय की बात करें, तो यहां सुबह के समय में 10:00 से लेकर दोपहर के 1:00 बजे तक भंडारा लगाया जाता है, और अगर शाम की बात करें तो यहां रात 8:00 बजे से लेकर रात के 12:00 बजे तक भंडारा चलता है। तो इस समय के अनुसार अगर आप यहां आश्रम में आते हैं, तो आप आसानी से यहां के भंडारे में बैठकर प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाई जाती है ?
तो दोस्तों यह हमने आपको पहले ही बता दिया है कि अगर आप बागेश्वर धाम में जाकर अपनी समस्या का निवारण करवाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको सबसे पहले यहां अर्जी लगानी होगी। अर्जी लगाने के बाद ही आपकी समस्या का निवारण किसी विशेष दिन पर धीरेंद्र कृष्ण जी के द्वारा किया जाएगा। तो हम आपको बता दें कि बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के दो तरीके हैं। पहला की आप बागेश्वर धाम जाकर सीधे वहां अपनी अर्जी लगाए और अपने समस्या का निवारण प्राप्त करें, और दूसरा तरीका है कि अगर आप बागेश्वर धाम किसी कारण से नहीं जा सकते तो घर बैठे ही वहां अर्जी लगाए। तो चलिए अब हम आपको दोनों तरीकों के बारे में बता देते हैं कि आप कैसे इन दोनों तरीकों से बागेश्वर धाम में अर्जी लगा सकते हैं।
अगर बात करें बागेश्वर धाम में जाकर अर्जी लगाने के लिए तो सबसे पहले आपको बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए टोकन प्राप्त करना होगा, जो आपको महीने के किसी विशेष दिन पर ही प्राप्त होगा, और इस टोकन के माध्यम से ही आप बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगा पाएंगे। अगर बात करें कि आपको टोकन प्राप्त होने के बाद बागेश्वर धाम में अर्जी कैसी लगानी है, तो हम आपको बता दें कि बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए आपको इन निम्न प्रक्रिया को पूरा करना पड़ेगा।
1: बागेश्वर धाम जाकर अगर आप अपनी अर्जी लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक नारियल को कपड़े में बांधकर बागेश्वर धाम जाकर वहां के परिसर में बांधना होगा, उसके बाद ही आपकी अर्जी लगाई जाएगी।
2: लेकिन हम आपको बता दें की नारियल में बांधे गए वस्त्र के रंग भी निर्धारित किए गए हैं। जो कि आपकी समस्याओं के अनुसार हैं। तो अगर बात करें वस्त्र के रंग की, तो हम आपको बता दें कि अगर आपकी समस्या सामान्य है, तो आपको नारियल को लाल रंग के कपड़े में बांधना है, और अगर आपकी समस्या शादी विवाह से संबंधित है, तो आपको उसे पीले रंग के कपड़े में बांधना है। लेकिन अगर आपको भूत प्रेत बाधा जैसी समस्या है, तो आपको नारियल को काले कपड़े में बांधना है, और उसके बाद ही उसे बागेश्वर धाम के परिसर में रखना है या बांधना है। उसके बाद ही आपकी अर्जी लगाई जाएगी, और आपको आपकी सभी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
कहां जाता है कि बागेश्वर धाम में जब किसी भक्त की अर्जी लग जाती है, तो पूरे सभा में बागेश्वर धाम जी के महाराज यानी की स्वयं धीरेंद्र कृष्ण जी उस व्यक्ति को यह बता देते हैं कि उसे दरबार में और कितनी पेशी की जरूरत है, और जब वह व्यक्ति उतनी बार दरबार में पेशी कर लेता है, तो उसे हमेशा के लिए अपने समस्या से मुक्ति मिल जाती है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और आपको बताते हैं कि अगर आप बागेश्वर धाम नहीं आ सकते, तो आप कैसे घर बैठे अर्जी लगा सकते हैं।
घर बैठे ही अर्जी कैसे लगाए?
तो दोस्तों वैसे तो बहुत सारे श्रद्धालु लाखों की संख्या में यहां आते हैं, और बागेश्वर धाम में अर्जी लगाते हैं। लेकिन कई लोगों की कुछ मजबूरी होती है जिसकी वजह से वह बागेश्वर धाम नहीं आ पाते हैं। इसके लिए बागेश्वर धाम के गुरु जी श्री धीरेंद्र कृष्ण जी ने स्वयं यह तरीका बताया है, जिससे कि वह भक्त जो किसी कारण से बागेश्वर धाम नहीं आ सकते, वह घर बैठे ही अर्जी लगा सकते हैं। तो चलिए हम आपको धीरेंद्र कृष्ण जी के द्वारा बताए गए उस तरीके के बारे में बता देते हैं, जिस तरीके से आप घर बैठे बिना कहीं जाए ही अर्जी लगा सकते हैं।
1: तो दोस्तों अगर आप घर पर ही बागेश्वर धाम के लिए अर्जी लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले आपको एक लाल रंग का कपड़ा लेना होगा, और उसी के साथ-साथ आपको पहले की तरह एक नारियल भी रख लेना है।
2: इसके बाद आपकी जो भी अर्जी है या आपकी जो भी मनोकामना है उसे एक सफेद कागज पर लिखकर उसे उस नारियल के साथ रखकर उसे लाल कपड़े से बांध देना है।
3: इतना करने के बाद आपको ओम बागेश्वरआए नमः इस मंत्र की पूरी माला का जाप करना है, और इस वस्त्र में बंधे हुए नारियल को अपनी पूजा स्थान पर बांध देना है या रख देना है।
4: इतना करने के बाद आपको उस नारियल को अपने पूजा स्थान पर ही रखे रहने देना है, और अगर आपको भविष्य में कभी बागेश्वर धाम जाने का मौका मिले, तो इस नारियल को अपने साथ ले जाएं और मंदिर के परिसर में इसे रख दें आपकी अर्जी लग जाएगी। लेकिन अगर आप बागेश्वर धाम नहीं जा सकते, तो इसे अपनी पूजा घर में ही रहने दे फिर भी आपकी अर्जी लग जाएगी।
तो इस तरह से आप घर बैठे ही बागेश्वर धाम जाए बिना अपनी अर्जी लगा सकते हैं। लेकिन घर बैठे ही अर्जी लगाने के समय इस बात का ध्यान दें, कि जिस दिन से आप उस नारियल को अपने पूजा स्थान पर रखेंगे, उस दिन से लेकर आगे आने वाले चार दिनों तक आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना है, यानी कि आपको लहसुन प्याज से दूरी बनाकर रखना है।
अर्जी स्वीकार हुई कि नहीं कैसे पता करें।
तो दोस्तों जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि आप कैसे बागेश्वर धाम जाए बिना ही घर बैठे अपनी अर्जी लगा सकते हैं। तो अब सवाल आता है कि आखिर जो भक्त घर बैठे ही अर्जी लगा रहे हैं, उन्हें कैसे पता लगेगा कि उनकी अर्जी स्वीकार कर ली गई है या नहीं। तो चिंता करने की जरूरत नहीं है, इसका उपाय भी धीरेंद्र कृष्ण जी ने स्वयं हमें बताया है। उन्होंने कहा है कि जब आप घर में ही अपनी अर्जी लगाते हैं और लगातार चार दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं, तो उसके बाद आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को अगर लगातार 2 दिन रात के सपने में बंदर दिखाई देते हैं, तो यह इस बात का संकेत होता है कि आपकी अर्जी स्वीकार कर ली गई है। तो ऐसे में अगर आपको यह आपके घर के किसी सदस्य को लगातार 2 दिनों तक अपने रात के सपने में बंदर दिखाई देते हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि आपकी अर्जी स्वीकार कर ली गई है। इससे आपको खुश होना चाहिए। लेकिन अगर आपको ऐसा कोई संकेत नहीं दिखाई देता है तो आपको यही प्रक्रिया जो हमने आपको ऊपर बताई, उसे दोबारा से मंगलवार को करना है। दो-तीन प्रयास में जरूर आपकी अर्जी लग जाएगी।